CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश में वैश्विक एवं घरेलू पर्यटन के तीव्र विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए राज्य के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में बड़े निवेश की मजबूत तस्वीर उभर रही है। इसी क्रम में टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश में समूह की संचालित एवं प्रस्तावित होटल श्रृंखला के विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के व्यापक विकास को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावित किया गया है
उन्होंने बताया कि यह विस्तार प्रदेश में लगातार बढ़ते पर्यटक आगमन, धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि तथा कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के व्यापक विकास को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावित किया गया है।
बैठक के दौरान टाटा संस के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री को बताया कि ताज, सिलेक्शन्स और विवांता जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स के 30 होटलों का निर्माण कार्य प्रदेश में वर्तमान में प्रगति पर है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री को इन परियोजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में 1900 लक्ज़री होटल रूम्स बढ़ जाएंगे। इसके अतिरिक्त, 2026 तक 30 नए होटल निर्माण की योजना पर भी कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री से हुई बैठक में एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि नोएडा में टाटा समूह का एक स्टेट ऑफ आर्ट सिग्नेचर होटल भी प्रस्तावित है। जिससे उत्तर प्रदेश भारत के सबसे तेज गति से विकास करने वाले हॉस्पिटैलिटी मार्केट के रूप में उभर कर आएगा।
जनवरी 2027 तक पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया गया
इसके अतिरिक्त, टाटा समूह के सहयोग से अयोध्या में प्रस्तावित ‘म्यूज़ियम ऑफ टेम्पल’ परियोजना के निर्माण कार्य के पहले चरण को जनवरी 2027 तक पूर्ण करने पर विशेष जोर दिया गया। इस संग्रहालय में अत्याधुनिक तकनीक आधारित डिस्प्ले विकसित किए जा रहे हैं, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक विशिष्ट आकर्षण केंद्र होंगे।
यह भी तय हुआ कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में मानसी गंगा कुंड, श्याम कुंड, राधा कुंड, अष्टकाशी कुंड, नारी सेमरी कुंड, गरुड़ गोविंद कुंड, कृष्ण कुंड सहित आठ प्रमुख कुंडों के जीर्णोद्धार तथा प्रदेश के प्रमुख गंगा घाटों की स्वच्छता एवं संरक्षण के कार्यों में भी टाटा समूह द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
टाटा समूह की यह सहभागिता उत्तर प्रदेश को देश के प्रमुख पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम सिद्ध होगी।






