Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेस वे यूपी के 12 जिलों को जोड़ने वाला 594 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे है। मेरठ से प्रयागराज तक के सफर को आसान करने वाले इस एक्सप्रेस वे का लगभग 93 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। खबरों की मानें तो इसका संचालन पूर्ण रुप से जल्द कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के किनारे अब बिजनेस खड़ा करने का खास मौका मिल रहा है। यूपी के पूर्व और पश्चिम इलाके को जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस वे के किनारे औधोगिक नगरी बसाई जाएगी। अगर आप भी बिजनेस करने के लिए ऐसी जमीन को तलाश रहे हैं तो एक बार इस खबर पर नजर डाल लीजिए।
Ganga Expressway के किनारे बनेंगे औद्योगिक कॉरिडोर यहां करें आवेदन
गंगा एक्सप्रेस-वे के आस-पास औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की तैयारी चल रही है। मेरठ में अगर आप बिजनेस जमाना चाहते हैं तो 1 दिसंबर से भूखंडों को खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की वेबसाइट पर ऑन लाइन आवेदन कर सकते हैं। इस पूरे इलाके में आर्थिक विकास का महाप्लान उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयार किया हुआ है। इस औद्योगिक कॉरिडोर में देसी और विदेशी कंपनियां अपना काम जमा सकती है। इसके लिए उन्हें उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण की तरफ से पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। इस विकास के लिए 529 एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया है। आवेदन कर्ता इनके लिए ऑन लाइन रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। इस 12 जिलों से जोडने वाले एक्सप्रेस वे की 27 जगहों पर उत्तर प्रदेश मेन्युफैक्चरिंग एंड लाजिस्टिक क्लस्टर बनाए जाएंगे।
यूपी के 12 जिलों का होगा विकास
आपको बता दें, गंगा एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ये एक्सप्रेस यूपी के 12 जिले जैसे- मेरठ हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ेगा। इसके आस-पास राज्य का आर्थिक विकास करने के लिए औद्योगिक कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। ये कार्य प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के द्वारा किया जा रहा है।






