India First AI City: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई अब हर क्षेत्र में अपना दायरा बढ़ा रहा है। बीते एक साल में एआई ने काफी तेजी से विकास किया है। अब एआई को शहर के डिजाइन के लिए और शहर को डेवलेप करने के लिए भी काम करेगा। अगर आप अभी तक नहीं समझे तो बता दें कि भारत में पहला एआई शहर विकसित किया जाएगा। चलिए जानिए पूरी जानकारी।
कहां बनेगा एआई शहर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देश का पहला एआई शहर बनने जा रहा है। लखनऊ के पास नादरगंज क्षेत्र को एआई सिटी के तौर पर तैयार किया जाएगा। बताया जा रहा है ये कदम आर्थिक विकास और तकनीकी आविष्कार को बढ़ावा देने के लिए एआई की क्षमता का फायदा उठाया जा रहा है। दरअसल यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड, यूपीएलसी (UPLC) ने इस एआई सिटी को तैयार करने के लिए आमंत्रण मांगे हैं।
1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने का टारगेट
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लखनऊ को एआई सिटी के तौर पर डेवलेप करने के लिए एक्शन प्लान तैयार है। बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने अगले 5 सालों में उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का टारगेट सेट किया है। यही वजह है कि राजधानी लखनऊ को एआई शहर के तौर पर विकसित करने की दिशा में कदम उठाया गया है।
एआई शहर के लिए जमीन की हुई पहचान
कई खबरों में दावा किया जा रहा है कि एआई शहर तैयार करने के लिए लगभग 40 एकड़ जमीन की पहचान की गई है। बताया जा रहा है कि ये 40 एकड़ जमीन लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर है। ऐसे में इसे एआई सिटी प्रोजेक्ट के लिए एकदम खास लोकेशन माना जा रहा है। फिलहाल इस लोकेशन की फेंसिंग की गई है।
सरकार ने डेवलेवर्स से मांगे आवेदन
एआई सिटी वाली लोकेशन के पास लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही कई आधुनिक सुविधाओं से लैस इस जगह को सही लोकेशन माना जा रहा है। यूपीएलसी ने प्रमुख रियल एस्टेट डेवलेवर्स से आवेदन मांगते हुए EOI यानी रुचि की अभिव्यक्ति जारी कर दी है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को बड़ा बनाने के लिए कई डेवलेपर्स की आर्थिक तौर पर मदद भी की जाएगी। इसमें आईटी पार्क के लिए 20 करोड़ रुपये का वन टाइम सपोर्ट और आईटी सिटी के लिए 100 करोड़ रुपये तक की मदद की जा सकती है।
एआई सिटी का विजन और कंपोनेंट
लखनऊ में एआई सिटी प्रोजेक्ट में कई एडवांस तकनीक, रिसर्च सेंटर और एजुकेशनल संस्थानों को जोड़ने के लिए एक बड़ा कमर्शियल सेंटर तैयार किया जाएगा। साथ ही इसके डिजाइन में लग्जरी और बजट आवासीय भी शामिल होगी, जिससे वॉक टू वर्क मॉडल को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थानों के लिए समर्पित स्थान शिक्षा जगत और उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देंगे। इसके अलावा शहर में अंदरुनी परिवहन के लिए एआई पावर्ड ट्रांसपोर्ट सिस्टम होगा। ये डेली लाइफ में आसानी से इंटीग्रेट हो जाएंगे।
मौजूदा तकनीकी कंडीशन और भविष्य की संभावनाएं
आपको बता दे कि लखनऊ में पहले से ही एचसीएल और टीसीएस जैसी प्रमुख आईटी कंपनियां मौजूद हैं। ऐसे में एआई शहर इस स्थिति को और बेहतर करने की दिशा में एक कदम है। ये नई तकनीक के साथ प्रतिभा को भी बढ़ावा देगा। ये देश में एक नई तकनीकी क्रान्ति को आकार देने और ग्लोबल स्तर पर अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।