Akhilesh Yadav: BJP तो सपा चीफ को सनातन विरोधी करार देने में जुट गई है। इस फेरिस्त में ताजा बयान शामिल हुआ है डुमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल का। BJP सांसद ने अखिलेश यादव के बयान का जिक्र करते हुए उसे सनातन का अपमान बताया है। उनका कहना है कि Akhilesh Yadav राजनीतिक तुष्टीकरण की सीमा लांघ रहे हैं। बीजेपी सांसद द्वारा Maha Kumbh आयोजन के बीच सपा मुखिया पर मढ़े गए गंभीर आरोपों की खूब चर्चा हो रही है।
क्या Akhilesh Yadav कर रहे सनातन का अपमान?
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल का कहना है कि अखिलेश यादव सनातन का अपमान कर रहे हैं। बीजेपी सांसद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “एक तरफ Akhilesh Yadav ने महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने के बाद अपनी आस्था और प्रशंसा व्यक्त की थी। अब, वह उसी सनातन का अपमान कर रहे हैं। गंगा जल हमारे लिए पवित्र है। अखिलेश यादव का बयान हमारी आलोचना नहीं है, बल्कि गंगा मैया की आलोचना है। राजनीतिक तुष्टीकरण की भी एक सीमा होनी चाहिए।” जगदंबिका पाल के अलावा बीजेपी के कई अन्य नेता भी अखिलेश यादव के ‘दूषित जल’ वाले बयान पर आपत्ति जता चुके हैं।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में दूषित जल को लेकर उठाए थे सवाल
Akhilesh Yadav के एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर लिखा गया था कि “अब तक लोग गंगा जल लेकर सच बोलते थे, आज उप्र की भाजपा सरकार द्वारा गंगा जल के लिए ही झूठ बोला और बुलवाया जा रहा है। डबल इंजन की सरकार होने की वजह से उप्र सरकार ये भी नहीं कह सकती है कि गंगा जी के जल-मल संक्रमण की रिपोर्ट किसी ने साज़िशन बनवाई है। अगर ये रिपोर्ट दिल्ली-लखनऊ के बीच संघर्ष और मंथन की उपज है तो ये राजनीतिक संक्रमण न देश के लिए अच्छा है, न उत्तर प्रदेश के लिए। अगर लोगों की व्यक्तिगत राय केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से ज़्यादा सही है तो बोर्ड को भंग कर देना चाहिए।”
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि “जो लोग उप्र शासन-प्रशासन के दबाव में आकर ऐसे भ्रामक वीडियो डाल रहे हैं, न्यायालय उनका संज्ञान ले। इसके साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी उनके खिलाफ सक्रिय हो क्योंकि इस मुद्दे का सीधा संबंध जनता के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा है।उत्तर प्रदेश सरकार लोगों के जीवन से खिलवाड़ न करे।” Akhilesh Yadav द्वारा इस पोस्ट के माध्यम से दूषित जल को लेकर किए गए सवाल के बाद सपा-BJP के नेता आमने-सामने हैं और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।