Jeevandan Yojana: उत्तर प्रदेश में टीचर्स सेल्फ केयर टीम धन जुटाकर ज़रूरतमंद शिक्षकों की आर्थिक मदद करने जा रही है। इसके लिए व्यापक तैयारियाँ चल रही हैं। टीएससीटी उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का एक संगठन है। इसने अब बीमारियों से प्रभावित लोगों की मदद के लिए ”जीवनदान योजना” शुरू की है। इस योजना की शुरुआत के लिए 10 अगस्त तक धन जुटाया जाएगा और 11 अगस्त को ज़रूरतमंद शिक्षकों को मदद दी जाएगी। शुरुआत में इस योजना की शुरुआत 5 लाख रुपये से की जा रही है। इसे आगे भी विस्तारित करने के प्रयास जारी रहेंगे।
Jeevandan Yojana: इलाज के लिए मिलेगी 5 लाख की आर्थिक मदद
आपको बता दें कि Jeevandan Yojana के तहत टीएससीटी के सदस्य शिक्षकों को गंभीर बीमारी की स्थिति में मदद मिलेगी। इस योजना का लाभ पाने के लिए सदस्य की न्यूनतम 18 महीने की सदस्यता अनिवार्य है। वहीं, शिक्षा मित्र और अनुदेशकों के लिए 17 महीने तक टीचर्स सेल्फ केयर टीम का सदस्य होना अनिवार्य है। किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षकों को तभी मदद मिलेगी जब इलाज का खर्च 2 लाख से ऊपर हो। इस योजना के तहत केवल अस्पताल में भर्ती होने के दौरान हुए खर्च को ही कवर किया जाएगा। शुरुआत में अधिकतम 5 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाएगी। निकट भविष्य में इसे और बढ़ाया जाएगा।
Jeevandan Yojana को लेकर UP के इन शिक्षकों में खुशी की लहर
मालूम हो कि Jeevandan Yojana के तहत आवेदक शिक्षक को दो वर्ष में केवल एक बार ही आर्थिक सहायता प्रदान की जा सकेगी। इस योजना के लिए आवेदन करने से पहले कुछ बातों को ध्यान रखना आवश्यक है। इनमें तीन महीने पहले टीएससीटी के अनुसार व्यवस्था शुल्क जमा करना अनिवार्य है। इसमें टीएससीटी सदस्य 10 अगस्त तक 200 रुपये का योगदान कर सकते हैं। इस योगदान राशि से एक कॉर्पस फंड एकत्रित होने की बात कही गई है। इसका उपयोग टीएससीटी सदस्य शिक्षकों की गंभीर बीमारी की स्थिति में सहायता के रूप में किया जा सकेगा। Jeevandan Yojana के क्रियान्वयन को लेकर शिक्षकों में खुशी की लहर है। यह योजना शिक्षकों के लिए लाभकारी सिद्ध होने वाली है।
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