Kanwar Yatra 2025: पवित्र कांवड़ यात्रा की शुरुआत से पहले यूपी में चर्चाओं का दौर शुरू है। दरअसल, एक बार फिर नेमप्लेट को लेकर नए सिरे से चर्चा छिड़ गई है। वर्ष 2024 में कांवड़ यात्रा के दौरान कैसे नेमप्लेट विवाद सुप्रीम कोर्ट तक गया था ये सभी ने देखा था। यही वजह है कि कांवड़ यात्रा 2025 को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए आला अफसरों ने कमर कस ली है। खबर मिली है कि यूपी के मेरठ में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ता कांवड़ रूट पर QR कोड स्कैन करके धर्म पूछ रहे हैं। इसी बीच Kanwar Yatra 2025 को लेकर सरकारी फरमान के अनुसार सभी अधिकारी कमान संभाल रहे हैं। आइए हम आपको विस्तार से पूरी खबर के बारे में बताते हैं।
पवित्र Kanwar Yatra 2025 से पहले हिंदू संगठन एक्टिव
सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 11 जुलाई से कांवड़ यात्रा 2025 की शुरुआत होनी है। इसको लेकर तैयारियां जोरो पर हैं। पवित्र कांवड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व मेरठ में VHP एक्टिव नजर आया है। न्यूज 24 की एक्स पोस्ट के मुताबिक मेरठ में हिंदू संगठन से जुड़े लोग कांवड़ रूट पर QR कोड स्कैन करके धर्म पूछ रहे हैं। VHP के तमाम ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्होंने कांवड़ मार्ग में पड़ने वाले रेस्टोरेंट, दुकान और ढाबों पर पहुंचकर नाम और धर्म पूछना शुरू कर दिया है। Kanwar Yatra 2025 से पूर्व हिंदू संगठन से जुड़े लोग जांच-पड़ताल से पूरी तरह संतुष्ट होकर इसको अपने रिकार्ड में नोट भी कर रहे हैं। पदाधिकारियों का कहना है कि वे कांवड़ियों के लिए पुख्ता इंतजाम की दिशा में ये कदम बढ़ा रहे हैं।
कांवड़ यात्रा 2025 संपन्न कराने के लिए अधिकारियों ने भी संभाली कमान
मेरठ से सटे हापुड़ में मार्ग को कांवड़ रूट निर्धारित किया गया है। इसी मार्ग पर दुकान चलाने वाले शहजाद का कहना है कि “मैं सावन में अपनी दुकान बंद रखता हूँ, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। हम कांवड़ियों पर फूल बरसाते हैं। मेरी दुकान पर नेमप्लेट लगी है और सरकार अच्छा कदम उठा रही है।”
धार्मिक लिहाज से बेहद अहम Kanwar Yatra 2025 को लेकर हापुड़ के डीएम अभिषेक पांडे ने भी शासन की मंशा अनुसार कमान संभाल ली है। उनका कहना है कि “कांवड़ रूट पर खाने-पीने की दुकानों पर नाम अंकित करने के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग के पास भी इस बारे में दिशा-निर्देश हैं कि ऐसी दुकानों पर मालिक का नाम कैसे लिखा जाना चाहिए और कैसे नहीं। उन दिशा-निर्देशों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए कार्रवाई की जाएगी।”
ढ़ाबा संचालकों के लिए अहम संदेश देते हुए हापुड़ डीएम कहते हैं कि “खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को लगातार मोबाइल दस्ते के साथ घूमते रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अभी से अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है, ताकि कांवड़ के दौरान लोगों को मिलावटी या नकली खाद्य पदार्थ न परोसे जाएं।” प्रशासन का स्पष्ट निर्देश है कि ढ़ाबा संचालक गुणवत्तापूर्ण भोजन कांवड़ियों को उपलब्ध कराएं। तय नियम से विपरित जाने वाले संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।