Noida International Airport: देश के सबसे चर्चित और एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। माना जा रहा है कि इसमे और थोड़ा विलंब हो सकता है। बता दें कि एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तर्ज पर ही तैयार किया है, ताकि हर जरूरी सुविधाएं मिल सके। माना जा रहा है कि एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के बाद एयरपोर्ट पर लाखों की संख्या में यात्रियों का आवागमन होगा। माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था के लिहाज से यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश और देश के लिए कैसे गेमचेंजर साबित हो सकता है। आईए समझते है इन 5 आसान प्वाइंट्स में।
अर्थव्यवस्था के लिहाज से क्यों खास है Noida International Airport?
रोजगार के अवसर होंगे पैदा – बता दें कि अभी तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में हजारों लोगों को काम मिला है। माना जा रहा है कि एयरपोर्ट के शुरू होने से इसकी संख्या में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी की उम्मीद है। जिसमे सैकड़ों कर्मचारी, हवाई अड्डा स्टाफ, लॉजिस्टिक्स, कस्टम्स समेत कई जरूरी सेवाएं शामिल होंगी।
एयरपोर्ट के आसपास होगा अच्छा खासा निवेश – गौरतलब है कि एयरपोर्ट बनने से आसपास में अच्छा निवेश होने की उम्मीद है, जहां होटल, रेस्टोरेंट, बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, लॉजिस्टिक्स हब, वेयरहाउस, कारोबार शामिल होंगे।
रियल स्टेट में भी जोरदार ग्रोथ की उम्मीद
हवाई अड्डे और बेहतर कनेक्टिविटी के चलते आस-पास के इलाकों में रियल एस्टेट डिमांड तेजी से बढ़ रही है। अपार्टमेंट, प्लॉट और आवासीय/किरायादार परियोजनाओं में निवेशक और लोग दोनों ही रुचि दिखा रहे हैं। यानि आने वाले सालों में एयपोर्ट के आसपास नए आवासीय और वाणिज्य भूखंड बनेंगे। जिसमे हजारों परिवार रह सकेंगे।
आने वाले 5–10 सालों में, अगर योजनाएं सही तरीके से लागू हुईं और कनेक्टिविटी बनी रही — तो यह नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे कॉरिडोर और आस-पास के जिलों को एक नए आर्थिक ध्रुव में बदल सकता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ यह एयरपोर्ट भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में एकअहम भूमिका निभाएगा।






