Red Fort Blast: दिल्ली में हुए रेड फोर्ट ब्लास्ट ने सोशल मीडिया पर सनसनी मजा दी है और निश्चित तौर पर इस घटना में 8 लोगों की जान जा चुकी है। इस सबके बीच 8 लोगों की जिम्मेदारी संभालने वाले अशोक कुमार की मौत की खबर सुनकर निश्चित तौर पर आप बिलख उठेंगे। इस घटना के बारे में किसी ने इस दिन का सोचा भी नहीं होगा। निश्चित तौर पर उनकी फैमिली में वह इकलौते कमाने वाला शख्स था जो अपनी बूढ़ी मां के अलावा 4 बच्चे, पत्नी और भाई को अपने पीछे छोड़कर चले गए हैं। आइए जानते हैं रेड फोर्ट ब्लास्ट में जान गंवाने वाले अशोक कुमार की कहानी जो आपको झकझोर सकती है।
परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाले अशोक कुमार की Red Fort Blast में मौत है व्यथित कर देने वाला
रेड फोर्ट ब्लास्ट में मारे गए अशोक कुमार अपनी पत्नी और 4 बच्चों के साथ दिल्ली के जगतपुरा में रहते थे। उनकी मां अमरोहा के गांव में रहती थी जहां उनके बड़े भाई सुभाष भी थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पुरानी बीमारी की वजह से उनके बड़े भाई काम नहीं कर पाते थे और ऐसे में 8 लोगों के परिवार को अकेले चलाने वाले अशोक सुबह डीटीसी बस कंडक्टर का काम करते थे और रात में सिक्योरिटी गार्ड का। हर दिन मेहनत मजदूरी करते थे ताकि अपनी जिम्मेदारी को सही से संभाल सके।
दिल्ली कार ब्लास्ट से अंधेरे में डूब गया परिवार
अशोक कुमार को लाल किले पर हुए हमले में मारे गए लिस्ट में कागजों पर उन्हें कैजुअल्टी के तौर पर गिना जाएगा लेकिन रेड फोर्ट ब्लास्ट की वजह से पूरा परिवार अंधेरे में डूब गया है। जो अपने परिवार को पालने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा था वह बिना किसी गलती के मर गया और @theskindoctor13 x अकाउंट से यह भी कहा गया की सबसे दुख की बात यह है कि इस आतंकी हमले के पीछे डॉक्टर थे जिन्हें दर्द कम करने की ट्रेनिंग दी जाती है। दुख को समझने के लिए बताया जाता है। जिंदगी बचाने के लिए कहा जाता है लेकिन वह आतंकवादी बन जाते हैं।
निश्चित तौर पर रेड फोर्ट ब्लास्ट में अशोक कुमार की जिंदगी इस तरह चले जाना काफी दुखद है।






