Sambhal News: देश में किसी भी राज्य में हुई हिंसा का असर वहां की आबादी पर देखने को मिलता है। फिलहाल बात उत्तर प्रदेश के संभल की हो रही है। जी हां, 1947 में मिली आजादी के बाद से संभल में काफी तेज गति से हिंदुओं की जनसंख्या कम हो रही है। ‘Dainik Bhaskar’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संभल में हुई हिंसा के बाद से हिंदुओं की आबादी में बड़ी गिरावट आई है। इस संबंध में न्यायिक आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार, न्यायिक आयोग ने लगभग 450 पन्नों की रिपोर्ट सीएम योगी को दी।
Sambhal News: न्यायिक आयोग ने सीएम योगी को सौंपी गोपनीय जांच रिपोर्ट
‘Dainik Bhaskar’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 नवंबर 2024 को हुई संभल हिंसा के साथ पहले हुई हिंसाओं की जानकारी भी न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में दी है। रिपोर्ट के अनुसार, संभल में बार-बार हुई हिंसा की वजह से संभल नगर निगम क्षेत्र में हिंदुओं की जनसंख्या 15 फीसदी रह गई है। 1947 की आजादी के दौरान संभल में 45 फीसदी हिंदुओं की आबादी थी, मतलब आजादी के बाद से 30 फीसदी हिंदू लोगों ने संभल छोड़ दिया। रिपोर्ट के अनुसार, न्यायिक आयोग ने गुरुवार को सीएम योगी से मुलाकात की और उन्हें इस संबंध में गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट को यूपी कैबिनेट से पास कराया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट को यूपी विधानसभा में लाया जाएगा।
संभल हिंसा की जांच के लिए बनाया गया था न्यायिक आयोग
रिपोर्ट के मुताबिक, संभल में बीते साल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस दुखद घटना में 4 लोगों ने अपनी जान गवां दी थी। इसके बाद हिंसा की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग का निर्माण किया गया था। न्यायिक आयोग में इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस देवेंद्र कुमार अरोड़ा, रिटायर्ड IAS अमित मोहन और रिटायर्ड IPS अरविंद कुमार जैन शामिल थे। रिपोर्ट में रिटायर्ड IPS अरविंद कुमार जैन ने बताया, ‘हमने एक-एक बिंदु को देखा है, जितने गवाह हैं, उनके भी बयान लिए हैं। जितना भी कर सकते थे, उसमें किया।’
रिपोर्ट के मुताबिक, जांच रिपोर्ट में संभल के हरिहर मंदिर के ऐतिहासिक अस्तित्व के साक्ष्य मिलने का जिक्र है। कहा गया कि संभल में अब तक 15 दंगे हो चुके हैं। 1978 के दंगे के बाद हिंदुओं की संख्या घटती चली गई। जबरन धर्मांतरण कराया गया। न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जांच के दौरान करीब 200 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए गए। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो 1978 के दंगों के समय थे। इसके बाद से बदले हुए हालात को उन्होंने देखा है। लोगों ने आयोग को बताया ‘पहले संभल में शिव मंदिर हुआ करता था।’