Uttarakhand Weather: पहाड़ों में भारी बारिश कहर बरपा रही है। आलम ये है कि लोगों की हलक सूख गई है और जान हथेली पर है। कब पानी का सैलाब आए और सब कुछ बहा ले जाए ये किसी को नहीं पता। उत्तरकाशी इसकी बानगी देख चुका है कि कैसे औचक आए पानी के सैलाब में सब कुछ तहत-नहस हो गया। इसी बीच उत्तराखंड वेदर को लेकर फिर पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी हुई है।
बीते कल उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से मची तबाही के बाद आज फिर सूबे के कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट है। उत्तरकाशी के साथ देहरादून, हरिद्वार, टिहरी समेत विभिन्न हिस्सों में लोगों की सांसें अटक गई हैं। मौसम विभाग Uttarakhand Weather रिपोर्ट को लेकर बेहद गंभीर है। आईएमडी की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि लोग पहाड़ों की ओर कूच करने से बचें और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थान पर पनाह लें।
उत्तरकाशी पर फिर मंडरा रहे संकट के बादल!
बीते कल बादल फटने से मची तबाही के बाद उत्तरकाशी पर फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मौसम विभाग की पूर्वानुमान रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरकाशी में आज फिर भारी बारिश होने की आशंका है। इस दौरान नदियां-नालों में उफान बढ़ेगा और आम जनमानस बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
उत्तरकाशी में बारिश का दौर आगामी कल यानी 7 अगस्त तक जारी रह सकता है जिसके बाद लोगों के राहत मिलने के आसार हैं। भारी बारिश के कारण उत्तरकाशी में बीते कल मची तबाही वाले स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है और मौके पर तैनात कर्मियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
देहरादून, हरिद्वार और टिहरी समेत अन्य कई इलाकों में अटक गई लोगों की सांसें
दरअसल, भारी बारिश से मची तबाही को देखते हुए उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों की सांसें अटकी हुई हैं। बीते कल उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के बाद लोग अलर्ट पर हैं। इसी बीच आईएमडी ने आज Uttarakhand Weather रिपोर्ट जारी करते हुए देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी समेत अन्य कई इलाकों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश की आशंका को देखते हुए इन इलाकों में रहने वाले लोगों की सांसें अटक गई हैं और वे खुद की रक्षा के लिए सुरक्षित स्थानों में शरण ले रहे हैं। आईएमडी का अनुमान है कि गुरुवार यानी 7 अगस्त के बाद पहाड़ों में बारिश का दौर थोड़ा थम सकता है जिससे लोगों को अतिरिक्त राहत मिल सकेगी।