Kangana Ranaut: जम्मू-कश्मीर के अतीत और वर्तमान को लेकर सियासी गलियारों में आज भी चर्चा का बाजार गर्म रहता है। केन्द्र की ओर से जम्मू-कश्मीर की बदली तस्वीर पेश की जाती है, तो वहीं विपक्ष बदहाली का जिक्र कर पलटवार करता है। इन्हीं वार-पलटवार के बीच BJP सांसद कंगना रनौत की एंट्री हो गई है। कंगना रनौत के Instagram हैंडल से एक स्टोरी साझा की गई है। इसमें Jammu-Kashmir के अतीत और वर्तमान का जिक्र है। J&K के अतीत से आशय कांग्रेस के शासन काल से हैं, तो वहीं वर्तमान का आशय BJP के शासन काल से है। Kangana Ranaut द्वारा साझा की गई तस्वीर में दर्शाया गया है कि कैसे हिंसा की चपेट में रहने वाले कश्मीर में कभी पाकिस्तान का झंडा लहराता था। वहीं अब सोनमार्ग टनल जैसे सौगात कश्मीर वासियों को मिल रहे हैं।
Kangana Ranaut ने साझां किया J&K का वर्तामान और अतीत!

बीजेपी सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के आधिकारिक Instagram हैंडल से बीते कल एक स्टोरी साझा की गई। इसमें कश्मीरवासियों को मिले सोनमार्ग टनल को देखा जा सकता है। इसे Jammu-Kashmir के वर्तमान के रूप में दर्शाया गया है। वहीं तस्वीर के एक अंश में कश्मीर के अतीत का जिक्र है। इसमें आगजनी, हिंसा, पत्थरबाजी और लाल चौक पर लहरा रहे पाकिस्तानी झंडे को देखा जा सकता है। Kangana Ranaut द्वारा साझा की गई स्टोरी कश्मीर के अतीत यानी कांग्रेस सरकार की कार्यकाल के दौरान हुई बदहाली को दर्शा रही है। वहीं तस्वीर के एक अंश में पीएम मोदी सोनमार्ग टनल का उद्घाटन करते देखे जा सकते हैं। इसमें कश्मीरी आवाम को खुश और लाल चौक पर भारतीय ध्वज तिरंगा लहराते देखा जा सकता है। Kangana Ranaut ने स्टोरी सांझा कर बीजेपी-काग्रेस शासनकाल की एक तुलना पेश कर दी है।
जम्मू-कश्मीर कैसे बदली स्थिति?
कंगना रनौत के दावे से इतर भी जम्मू-कश्मीर की स्थिति निश्चित रूप से तेजी से बदली है। केन्द्र सरकार की ओर से कश्मीर में चिनाब रेल ब्रिज, सोनमार्ग टनल समेत कई छोटे-बड़े सौगात दिए जा रहे हैं। भारतीय रेलवे की ओर से भी लगातार जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। ऐसे में आर्टिकल 370 निष्प्रभावी होने के बाद कश्मीर पर केन्द्र का खासा ध्यान है। श्रीनगर से लेकर बारामूला, किश्तवाड़, बांदीपोरा, कुलगाम समेत कई संवेदनशील इलाकों में विकास से जुड़े काम किए जा रहे हैं। दशकों बाद विधानसभा का चुनाव कर केन्द्र ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इन्हीं तमाम कार्यों का हवाला देकर आज जम्मू-कश्मीर के बदली स्थिति को दर्शाया जा रहा है और पूर्व में हुए घटनाक्रमों की निंदा की जा रही है।