Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में अलग – अलग संत और सन्यासी पहुंचे है, लेकिन कई ऐसे सन्यासी है, जिन्होंने लोगों का ध्यान अपने और खीचा है। इसी बीच आईआईटी छोड़ अध्यात्म का राह चुनने वाले बाबा सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बतौर रहे है। जीतना रोचक मसानी गोरख बाबा का फैसला है, उतना ही उनकी कहानी भी है। बता दें कि Maha Kumbh 2025 का आज पहला अमृत स्नान है, जहां सुबह के वक्त संगम के किनारें डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है।
अच्छी नौकरी छोड़ IIT इंजीनियर बना सन्यासी
सीएनएन न्यूज18 से बात करते हुए Maha Kumbh 2025 में आए मसानी गोरख बाबा उर्फ अभय सिंह ने अपने आस्था के बारे हुए जानकारी दी। रिपोर्टर द्वारा सवाल पूछे जानें पर कि “हमे लग रहा है कि आप पढ़े लिखे बहुत है,
इसपर मसानी गोरख बाबा कहते है कि “आईआईटी बाम्बे से मैने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की है, यह अवस्था सबसे बेस्ट अवस्था है, ज्ञान के पिछे चलते जाओ आखिरी में यहीं पर आओगें। मैं मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला हूं। एक साल मैनें फिजिक्स बढ़ाया मैं फोटोग्राफी में डिग्री करना चाहता था”।
फोटोग्राफी छोड़ कैसे चुना धर्म का मार्ग?
मसानी गोरख बाबा उर्फ अभय सिंह आगे कहते है कि उन्हें फोटोग्राफी में काफी दिलचस्पी थी। मैनें फोटोग्राफी शुरू की, सोचा की दुनिया घूमूंगा खूब पैसे कमाऊंगा, लेकिन फिर भी मुझे शांति नहीं मिली, तो मैनें सबकुछ छोड़कर धर्मशाला चला गया, फिर वहां खाना बनाना शुरू किया। छोटी – छोटी चीजों पर ध्यान देने लगा। गौरतलब है कि दुनियाभर से महाकुंभ 2025 में शिरकत करने के लिए लोग आ रहे है।
Maha Kumbh में सुर्खिया बटोरने वाले कौन है मसानी गोरख बाबा?
बता दें कि महाकुंभ 2025 में सुर्खियां बटोरने वाले बाबा ने कहा कि वह प्रयागराज से पहले वाराणसी में करीब 1.5 महीने रहे थे, इससे पहले वह ऋषिकेश पहुंचे। इसके अलावा वह चार धाम की यात्रा भी कर चुके है और वर्तमान में वह प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंचे है। गौरतलब है कि Maha Kumbh 2025 में ऐसे कई सन्यासी पहुंचे जो लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रहे है।