Maha Kumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है। महाकुंभ की शुरुआत होने में महज 4 दिनों का वक्त बचा है। इससे पहले संगम नगरी में सभी तरह की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। महाकुंभ 2025 मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल रखते हुए डिजिटल खोया-पाया केन्द्र की स्थापना हुई है। महाकुंभ मेला क्षेत्र प्रयागराज में स्थापित किया गया खोया-पाया केन्द्र श्रद्धालुओं के लिए बेहद मददगार साबित होगा। Maha Kumbh 2025 में अपने परिजनों से बिछड़ने वालों से जुड़ी सारी जानकारी डिजिटल केन्द्र पर लगे एलसीडी पर डिसप्ले की जाएगी। इसके अलावा संस्कृति, कला और अध्यात्म के इस अनूठे संगम महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए कई तरह के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
Maha Kumbh 2025 मेला में श्रद्धालुओं के लिए सहायक बनेगा डिजिटल खोया-पाया केन्द्र
प्रयागराज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ के आयोजन हेतु योगी सरकार पूर्णत: तैयार नजर आ रही है। इसी कड़ी में पहली बार महाकुंभ 2025 में डिजिटल खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। संगम नगरी प्रयागराज में बनाए गए ये डिजिटल केन्द्र अपने परिजनों से बिछड़ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सहायक साबित होंगे। इस डिजिटल केन्द्र पर बड़ी एलसीडी लगाई जाएगी जहां बिछड़ने वालों की फोटो प्रदर्शित होगी, ताकि वो अपने परिजनों तक आसानी से पहुंच सके। इसके अलावा Maha Kumbh 2025 आयोजन से जुड़े सभी सोशल मीडिया पेज पर बिछड़ने वालों की फोटो और वीडियो भी डिस्प्ले किए जाएंगे। इस प्रकिया के तहत डिजिटल खोया-पाया केन्द्र श्रद्धालुओं के लिए मददगार साबित होंगे।
महाकुंभ 2025 से पहले नजर आया त्रिवेणी संगम का भव्य दृश्य!
समाचार एजेंसी एएनआई के एक्स हैंडल से महाकुंभ आयोजन से ठीक 4 दिन पहले एक ड्रोन विजुअल जारी किया गया है। इसमें प्रयागराज में स्थित त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम) का भव्य दृश्य देखा जा सकता है। योगी सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि महाकुंभ 2025 की मेजबानी के लिए प्रयागराज पूरी तरह तैयार है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
गौरतलब है कि प्रयागराज के अरैल घाट के निकट शिवालय पार्क में 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृति भी बनाई गई है। ये प्रतिकृति प्रयागराज की भव्यता में चार-चांद लगा रही है। Maha Kumbh 2025 के दौरान स्नान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इसके माध्यम से 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन भी होंगे। यूपी सरकार द्वारा बनवाया गया ये पार्क सस्टेनेबिलिटी, भारतीय संस्कृति, कला और अध्यात्म का अनूठा संगम है।