Haryana News: दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से उच्च डिग्री या अन्य कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब विद्यार्थी राज्य विश्वविद्यालयों के दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकेंगे और अपने गृह जिलों में परीक्षा दे सकेंगे। इस संबंध में ताजा जानकारी सामने आई है।
देखा गया है कि अब तक राज्य विश्वविद्यालय अपने अधीन दो से तीन जिलों में ही Distance Education पाठ्यक्रम संचालित करते रहे हैं, यानी अपने केंद्रों के माध्यम से ये पाठ्यक्रम चलाते रहे हैं।
लेकिन इन सबके बीच अच्छी खबर यह है कि व्यवस्था में संशोधन के बाद राज्य विश्वविद्यालयों की दूरस्थ शिक्षा का दायरा पहले के मुकाबले बढ़ जाएगा। इसके साथ ही राज्य University प्रदेश में कहीं के भी विद्यार्थियों को प्रवेश देकर उनके जिलों में परीक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित कर सकेंगे।
Distance Education से पढ़ाई करने वाले छात्र अपने जिले में दे सकेंगे परीक्षा
आपको बता दें कि वर्षों से यह मांग की जा रही थी कि राज्य विश्वविद्यालय द्वारा संचालित Distance Education पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नामांकित विद्यार्थियों के गृह जिलों में ही आयोजित की जाएं। क्योंकि इस माध्यम से पढ़ाई करने वाले अधिकतर विद्यार्थी नौकरी से जुड़े हैं या फिर Competitive Exams की तैयारी में जुटे हुए हैं।
हालांकि, आज की ताजा खबर उन सभी विद्यार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है कि जल्द ही उनके पाठ्यक्रम की परीक्षाएं अब उनके गृह जिले में आयोजित की जा सकेंगी। दरअसल UGC के नियमों का हवाला देते हुए हरियाणा उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर से आखिरकार यह निर्णय लिया गया है कि अब सभी राज्य University अपने दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों का संचालन प्रदेश के किसी भी जिले में कर सकेंगे। इससे अब Haryana के दूसरे जिलों में रहने वाले विद्यार्थियों को भी विशेष लाभ मिलेगा। खासकर वे विद्यार्थी समय की बचत के साथ अपने ही जिले में परीक्षा दे सकेंगे।
Haryana News: दूरस्थ शिक्षा संचालन में सबसे बड़ी समस्या क्या थी?
मालूम हो कि अभी तक प्रदेश विश्वविद्यालय अपने दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों का संचालन व संबंधित परीक्षाएं अपने अधिकार क्षेत्र में ही आयोजित करते रहे हैं। जिसके चलते विद्यार्थियों को University से संबद्ध महाविद्यालयों में जाकर परीक्षा देनी पड़ती थी। इसके पीछे की कहानी सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की बताई जा रही है।
बताया जाता है कि Supreme Court के इस आदेश के बाद वर्ष 2012 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान जब गीता भुक्कल शिक्षा मंत्री थीं, तब विश्वविद्यालय का Distance Education अध्ययन केंद्र बंद कर दिया गया था। लेकिन इन सबके बीच व्यवस्था में बदलाव से Haryana के 10 से 12 लाख विद्यार्थियों को सीधा लाभ मिलेगा।