120 Bahadur: फरहान अख्तर की 130 बहादुर फिल्म की चर्चा है यह सच है कि अहीर समुदाय की तरफ से इस पर कंट्रोवर्सी भी जारी है क्योंकि लगातार फिल्म के नाम को बदलने की मांग पर विरोध किया जा रहा था लेकिन इस सबके बीच 1962 के रेजांग ला युद्ध की 63वीं वर्षगांठ के मौके पर इसका पेड प्रीव्यू रखा गया है। 120 वीर भारतीय शहीदों ने 3000 चीनी सैनिकों का मरते दम तक सामने किया और यही वजह है कि आज भी इतिहास में इस दिन का नाम दर्ज है। आइए देखते हैं कैसे इस खास दिन को और भी खूबसूरत बनाने के लिए फरहान अख्तर ने खूबसूरत कदम उठाया है।
120 Bahadur के पेड प्रीव्यू के क्या है मायने
दरअसल 120 बहादुर रिलीज से पहले 18 नवंबर को पेड प्रीव्यू की घोषणा की गई। दिलचस्प बात यह है कि 18 नवंबर वही तारीख है जब 1962 में रेजांगला की लड़ाई हुई थी जब 120 भारतीय सैनिकों ने अपनी आखिरी सांस तक लड़ाई की थी। ऐसे में यह तारीख असल में उन वीर शहीदों के लिए श्रद्धांजलि है। फरहान अख्तर की 120 बहादुर को लेकर इस कदम की तारीफ करते हुए रेडिट यूजर ने कहा सच कहूं तो यह बहुत ही सोच समझकर लिया किया गया कदम है ऐसा लगता है टीम प्रचार के पीछे भागने के बजाय उन सैनिकों की भावना का सम्मान चाहती थी।
इस तरह फरहान अख्तर ने रचा इतिहास
120 बहादुर रिलीज से पहले यहां देश भर के 800 डिफेंस थिएटर में रिलीज होने जा रही है जो अपने आप में बहुत बड़ी बात है। खास दिन पर इस फिल्म को सिनेमाघर में दर्शकों के बीच दिखाया जाएगा। यह इसे और भी दिलचस्प बनाता है।
120 बहादुर कंट्रोवर्सी पर क्या बोले फरहान अख्तर सो जाओ सो जाओ सो जाओ
21 नवंबर को रिलीज होने वाली 120 बहादुर फिल्म के लिए 3 दिन पहले पेड प्रीव्यू रखना एक आत्मविश्वास से भरा कदम लगता है। वहीं इस बारे में बात करते हुए रजत शर्मा के शो में फरहान अख्तर ने कहा कि मैं सिर्फ मेजर शैतान सिंह भाटी के ऊपर फिल्म बनाना चाहता था तो मैं रख लेता शैतान सिंह वह मेरे लिए सबसे का आसान काम होता। कुछ कंट्रोवर्सी नहीं होती। दरअसल कुछ लोग 120 बहादुर फिल्म का नाम 120 वीर अहीर करने की मांग की थी। वही आरोप लगाया जा रहा है कि ट्रेलर में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया।
