Bobby Deol: बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता बॉबी देओल अब तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं। उनकी पहली तेलुगु फिल्म डाकू महाराज है, जिसमें वह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बॉबी ने बताया कि उन्होंने यह फिल्म इसलिए चुनी क्योंकि यह “मासी और अर्थी” थी, और वह ऐसी फिल्म करना चाहते थे जो भारत के आम आदमी से जुड़ी हो। आइए जानते हैं बॉबी ने इस फिल्म को क्यों चुना और यह फिल्म किस बारे में है।
डाकू महाराज – एक मासी और इमोशनल कहानी
Bobby Deol ने इस फिल्म में काम करने के बारे में कहा, “जो मुझे इस प्रोजेक्ट की ओर खींच लाया, वह इसका विषय था। यह बहुत ज़मीन से जुड़ा हुआ था, और मैं कुछ ऐसा ढूंढ रहा था जो मासी और अर्थी हो, और जिसमें ऐसे इमोशन्स हों जो भारत के पूरे समाज से जुड़ सकें।” उन्होंने फिल्म के निर्देशक बाला सर के साथ काम करने को लेकर भी अपनी खुशी जताई और बॉबी कोली के निर्देशन की तारीफ की, जिन्होंने फिल्म को शानदार तरीके से निर्देशित किया है।
फिल्म की कहानी – एक साहसी डाकू की संघर्षपूर्ण यात्रा
यह फिल्म उसकी यात्रा के बारे में है, जिसमें वह शक्तिशाली दुश्मनों से जूझता है और “राजा बिना राज्य” बनने की कोशिश करता है। फिल्म में उर्वशी रौतेला और नंदामुरी बालकृष्ण भी मुख्य भूमिका में हैं, जो इस फिल्म को और भी रोमांचक बनाते हैं।
“दबिदी डिबिडी” गाने को लेकर विवाद
फिल्म के गाने दबिदी डिबिडी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी विवाद हुआ। गाने में नंदामुरी बालकृष्ण और उर्वशी रौतेला के बीच उम्र का बड़ा अंतर था, जिसके कारण गाने की कोरियोग्राफी और उम्र के अंतर को लेकर आलोचनाएं की गईं। हालांकि, उर्वशी रौतेला ने इसका बचाव करते हुए कहा कि यह गाना केवल एक डांस नहीं, बल्कि कला, मेहनत और एक साथ मिलकर कुछ सुंदर बनाने का उत्सव था। उर्वशी ने कहा कि नंदामुरी बालकृष्ण के साथ काम करना उनके लिए एक सपना सच होने जैसा था, और वह हर कदम, हर इशारे को खूबसूरती से परफॉर्म करने के लिए तैयार थीं। उन्होंने यह भी कहा कि आलोचनाओं के बावजूद, उनका मुख्य उद्देश्य हमेशा दिलों को छूने, प्रेरणा देने और अपनी सच्चाई के प्रति सच्चे रहने का रहेगा।