Diljit Dosanjh: दिलजीत दोसांझ अपनी गायिकी को लेकर अक्सर फैंस के दिलों में छाप छोड़ देते हैं लेकिन विवादों से भी उनका गहरा नाता है। ऐसे में बीते दिन अमिताभ बच्चन की केबीसी क्लिप वायरल होने के बाद खालिस्तानी संगठन ने बॉयकॉट की मांग की थी लेकिन अब इस सबके बीच विवाद से बेपरवाह दिलजीत दोसांझ ने कई तस्वीरों को शेयर कर ऑस्ट्रेलिया टूर को लेकर लोगों को आगाह करते हुए नजर आए। इसके साथ ही फैंस की दीवानगी औरा टूर 2025 के लिए दिखाई है। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है जो निश्चित तौर पर पंजाबी सिंगर के फैंस को दीवाना बना सकती है।
Diljit Dosanjh ने फैंस की बढ़ा दी धड़कन
दरअसल दिलजीत दोसांझ ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक के बाद एक झलकियां दिखाई है जहां आप देख सकते हैं कि पंजाबी सिंगर को देखकर फैंस किस कदर बेकाबू हैं। उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं। लोगों की भीड़ इस बात को बताने के लिए काफी है कि पंजाबी सिंगर उनके लिए क्या मायने रखते हैं। यह भी सच है कि उन्हें अक्सर विवादों का भी सामना करना पड़ता है लेकिन फैंस के लिए उनका प्यार बेशुमार है।
पंजाबी सिंगर बोले ‘गबरू से पंजाब का उदय और अस्त’
दिलजीत दोसांझ ने इन झलकियों को शेयर कर कैप्शन में लिखा, “गबरू से पंजाब का उदय और अस्त दोनों दिखाई देते हैं कल मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया आर्मी पार्क स्टेडियम ऑरा टूर 2025।” पोस्ट में आप देख सकते हैं कि किस कदर लोगों की भीड़ दीवानी नज़र आ रही है और उनसे मुलाकात करने के लिए फैंस बेकाबू दिख रहे हैं। कोई उनसे मिलकर भावुक हो जाता है तो कोई सिर्फ हाथ पकड़ने के लिए हर हद पार करता है। बच्चे हो या फिर बुजुर्ग, पुरुष हो या महिलाएं सब पर दीवानगी का नशा देखा जा रहा है। इस पोस्ट को 1 लाख से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं और हर तस्वीर एक कहानी को बयां करती है।
क्या है दिलजीत दोसांझ का अमिताभ बच्चन को लेकर विवाद
फिलहाल दिलजीत दोसांझ अपने ऑरा टूर को लेकर काफी चर्चा में है जिसके लिए फैंस काफी एक्साइटेड है। वहीं दूसरी तरफ अमिताभ बच्चन के केबीसी 17 में पहुंचने वाले दिलजीत को खालिस्तानी संगठन की तरफ से ऑस्ट्रेलियाई इवेंट को बायकॉट करने की मांग की गई क्योंकि संगठन का कहना है कि अमिताभ बच्चन की वजह से सिख नरसंहार भड़का था। दिलजीत दोसांझ ने उनके पैर छूकर गलती की है। खलिस्तानी आतंकी 31 अक्टूबर 1984 को अमिताभ ने खून का बदला खून जैसा नारा दिया था जिस पर सिखों का नरसंहार हुआ था। वहीं 1 नवंबर को सिख नरसिंगर स्मृति दिवस मनाया जा रहा है।
