Food for Heart Blockage: हार्ट ब्लॉकेज एक ऐसी समस्या है, जिसमें पीड़ित को शुरुआत में तो पता नहीं चलता है। लेकिन जब ये अचानक से बढ़ने लगते हैं तो हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। जिसमें मरीज की जान तक चली जाती है। हार्ट ब्लॉकेज के कारण ब्लड प्रेशर ,मोटापा, डायबिटीज, धूम्रपान, तनाव और कोरोनरी की बीमारी मानी जाती है। हार्ट ब्लॉकेज होने पर दिल की धड़कन धीमी होने लगती है या फिर पूरी तरह से रुक जाती है। जिसकी वजह से दिल और दिमाग पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है और पीड़ित की मौत तक हो जाती है। नसों में होने वाली इन रुकावटों को खत्म करने वाले फूड की जानकारी नॉन-इनवेसिव कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर डॉ बिमल छाजेर के द्वारा दी जा रही है।
Food for Heart Blockage में कौन से फूड खाएं?
डॉक्टर डॉ बिमल छाजेर अपनी हेल्थ वीडियो में बता रहे हैं कि, हार्ट ब्लॉकेज के मरीजों को कौन-कौन सी सब्जियां खानी चाहिए।उनका कहना है कि, मैं कुछ ऐसे फूड बताऊंगा जिससे हार्ट के
ट्यूब थोड़े खुल जाते हैं।पहला इस लिस्ट में नाम है बीटरूट यानी की चकुंदर का, इसका जूस और सब्जियां दोनों ही तरह से हो सकता है।
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इसमें नाइट्रिक ऑक्साइड पाया जाता है। ये दिल की नसों को चौड़ा करता है और ब्लॉकेज को खत्म करता है। दूसरा फूड बेरीज है। इनमें एंटीऑक्सीडेंट होता है। इसमें एक एंथोसाइन केमिकल होता है जो हमारे हार्ट के ट्यूब्स को चौड़ा करता है। तीसरा अनार है। ये फल काफी नाइट्रेट रिलीज करता है और हमारे ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। ट्यूब को चौड़ा करता है और ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है। इसी तरह लहसुन भी काफी लाभकारी होता है। गार्लिक या लहसुन जो है यह भी हमारे एक सल्फर कंपाउंड है जिसमें एलिसन केमिकल होता है। जो हमारे ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करती है। इसके दो टुकड़ों को पीसकर खा सकते हैं। इसी तरह हल्दी भी हार्ट के लिए बहुत अच्छी होती है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती है। ये नाइट्रिक ऑक्साइड बनाती है और इससे ट्यूब्स चौड़ी हो जाती है। इसके साथ ही हार्ट ब्लॉकेज में पालक भी बहुत फायदेमंद होता है।इससे हेल्थ को कई सारे फायदे मिलते हैं।
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण
हार्ट ब्लॉकेज के दौरान मरीज में कुछ लक्षण दिखते हैं। सांस फूलना, सीने में दर्द होना, , थकान के साथ चक्कर आना, पसीना आना और मतली होगा। कुछ लोगों के हाथ-पैर सुन्न होने लग जाते हैं। शरीर अचानक से कमजोर होन लग जाता है। अगर ये सभी लक्षण आप में दिख रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: यह लेख और इसमें दी गई चिकित्सीय परामर्श केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में बताए गए तरीकों और दावों को केवल सुझाव माना जाना चाहिए; डीएनपी इंडिया हिंदी न तो इनकी पुष्टि करता है और न ही खंडन करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार का पालन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।






