गुरूवार, मई 2, 2024
होमविडियोOsteoporosis: कमजोर हड्डी कहीं शरीर को ना कर दें खोखला, डॉक्टर की...

Osteoporosis: कमजोर हड्डी कहीं शरीर को ना कर दें खोखला, डॉक्टर की इन टिप्स से हो जाएं अलर्ट

Date:

Related stories

Tomato Ketchup: आपका पसंदीदा टोमैटो केचअप ले सकता है जान! जानिए बड़े नुकसान

Tomato Ketchup: टोमैटो केचअप खाने में शायद आप भी आगे होंगे। यह एक जरुरत है और कई लोगों को इसे खाने की आदत लग जाती है। अगर आप भी इस लिस्ट में तो सावधान हो जाएं।

Bone Pain: 40 के बाद जोड़ों के दर्द को ना करें नजरअंदाज, लाइफस्टाइल में आज ही करें ये बदलाव

Bone Pain: 40 वर्ष से अधिक आयु की आधी से अधिक महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है ऐसे में हड्डियों में दर्द होना भी आम है। ऐसे में आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर सकती हैं।

Osteoporosis: बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों का खोखला हो जाना यानी कि ऑस्टियोपोरोसिस। अगर ऑस्टियोपोरोसिस है तो उसके लिए क्या करें। इसके रोकथाम करने के लिए क्या करें। शरीर के लिए हड्डियां काफी जरूरी है और पूरा शरीर ही इसी पर टिका होता हैं। अगर हड्डियों में कुछ दिक्कत आ जाती है तो शरीर का पूरा सिस्टम हिल जाता है। हड्डियों का काम मांसपेशियों को बढ़ावा देना उसके मोटापे को बनाए रखना, खून बनाने, कैल्शियम फास्फेट और अन्य मिनरल्स को जमा करने जैसे कई काम करती है और ऐसे में इसे स्वस्थ रखना जरूरी है।

ये टिप्स आएंगे काम

  • 40 साल की उम्र के बाद कम से कम साल में एक बार अपना कैल्शियम और विटामिन डी लेवल जरूर चेक करवाएं और उसको नॉर्मल पर रखें।
  • 65 साल की उम्र के बाद एक डेक्सा स्कैन स्क्रीनिंग जरूर करा लें तो आपके दादा दादी नाना नानी या फिर आपके पैरेंट्स का डेक्सा स्केन जरूर करवानी चाहिए। इस स्कैन से हमें हमारी हड्डियों का बोन मिनिरल डेंसिटी पता चलता है।
  • हड्डियां टूट ज्यादा रही है और आप फ्रैक्चर के रिस्क पर हैं तो इसको मैनेज करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए अच्छी दवाइयां, अच्छे इंजेक्शन भी अवेलेबल है।
  • साइड इफेक्ट्स को ध्यान रखते हुए इनमें से कौन सी दवाई लेनी है लेकिन अगर 40 से 60 साल की उम्र के बीच में कोई फ्रैक्चर हुआ है या फिर आप 60 साल से ऊपर हैं या 65 साल से ऊपर है तो ऑर्थोपेडिशियन, न्यूरोलॉजिस्ट या एंडॉक्रिनलॉजिस्ट किसी से भी मिलकर इसको मैनेज जरूर करवाएं।

30 वर्ष के बाद सावधानी जरूरी

प्रियंका शेहरावत ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा हम 30 वर्ष की आयु में अपने चरम अस्थि द्रव्यमान तक पहुंचाते हैं। इसके बाद हड्डियों का निर्माण थोड़ा धीमा हो जाता है लेकिन 60 के बाद और रजोनिवृति के बाद हार्मोन गड़बड़ी के कारण हमारी हड्डियों को गठन की तुलना में पुनरजीवन की बहुत अधिक दर के साथ एक बड़ा झटका लगता है जिससे वह कमजोर हो जाती है।

कमजोर हड्डियों से निदान के लिए आप क्या करें

  • अपने कैल्शियम के स्तर को नियंत्रण में रखें। 60 वर्षों के बाद हमारी कैल्शियम की आवश्यकता 1000 मिलीग्राम प्रतिदिन है। एक गिलास दूध या एक कटोरी दही में 300 मिलीग्राम के बराबर कैल्शियम होता है।
  • अपने विटामिन डी को भी नियंत्रण में रखें हड्डियों में कैल्शियम अवशोषण के लिए विटामिन डी बहुत महत्वपूर्ण है।
  • व्यायाम आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है।
  • 60 की उम्र के बाद और रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के निदान के लिए स्क्रीनिंग डेक्सा स्कैन करवाएं।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Anjali Wala
Anjali Walahttp://www.dnpindiahindi.in
अंजलि वाला पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, अंजलि DNP India वेब साइट में बतौर Sub Editor काम कर रही हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है।

Latest stories