सोमवार, दिसम्बर 22, 2025
होमलाइफ़स्टाइलRice: बीमारियों से बचने के लिए पके हुए चावलों को कितनी बार...

Rice: बीमारियों से बचने के लिए पके हुए चावलों को कितनी बार गर्म करना चाहिए?

Date:

Related stories

Fatty Liver: बिना दवाई के फैटी लिवर को कैसे करें ठीक? डॉक्टर से जानें

Fatty Liver: लिवर शरीर का बेहद महत्वपूर्ण अंग...

Rice: शरीर के विकास के लिए रोटी की तरह चावलों का बेहद महत्वपूर्ण रोल होता है। यही वजह है कि, भारत सहित दुनिया के तमाम हिस्सों में चावल और इससे बनी डिश का सेवन किया जाता है। चावलों में विटामिन ई, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, आयरन, फोलिक एसिड सहित मैंगनीज फास्फोरस भरपूर माता में पाया जाता है। चावल पोषण का एक अहम स्त्रोत है। लेकिन क्या आपको पता है? पके हुए चावलों को कितनी बार गर्म करके खाना चाहिए। काफी लोगों को लगता है कि, पके हुए चावलों को बार-बार गर्म करके खाया जा सकता है। लेकिन ये पूरी तरह से गलत है। हेल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टर्स का कहना है कि, हद से ज्यादा चावलों को गर्म करने से ये पेट की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसी लिए अगर आप भी सर्दी में बासी चावलों को बार-बार गर्म करके खाते हैं तो जरुर जान लीजिए।

चावल को क्यों और कितनी बार गर्म करके खाना चाहिए?

हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि, अगर पके हुए चावलों को बार-बार गर्म करके खाया जाता है तो इसमें बैसिलस सेरियस नाम का बैक्टीरिया पैदा हो जाता है। जिसकी वजह से ये पोषक तत्वों को नष्ट करके पेट संबंधी बीमारियों को जन्म देते देते हैं। चावलों को बार-बार गर्म करके खाने से उल्टी, दस्त और पेट में दर्द जैसी बीमारियां होने लग जाती हैं। इसलिए डॉक्टर्स पके हुए चावलों को गर्म करके खाने से मना करते हैं। पके हुए चावलों को एक ही बार गर्म करके खाना सही माना जाता है।

Rice को बैसिलस सेरियस बैक्टीरिया से कैसे बचाएं?

अगर आप चाहते हैं कि, पके हुए चावलों में बैसिलस सेरियस बैक्टीरिया पैदा ना हो ता इसके लिए आपको जरुरत के हिसाब से चावल बनाने हैं। इसके बाद फ्रिज में रख दें। जब आपको जरुरत हो तो भूख के हिसाब से एक बार चावल गर्म करके खा सकते हैं। इससे ये खराब भी नहीं होंगे और सुरक्षित भी बने रहेंगे।

Disclaimer: यह लेख और इसमें दी गई चिकित्सीय परामर्श केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में बताए गए तरीकों और दावों को केवल सुझाव माना जाना चाहिए; डीएनपी इंडिया हिंदी न तो इनकी पुष्टि करता है और न ही खंडन करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार का पालन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।

Aarohi
Aarohihttps://www.dnpindiahindi.in/
आरोही डीएनपी इंडिया हिन्दी में देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई निफ्टू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

Latest stories