Sugar Tea vs Jaggery Tea: चाय का सेवन दुनियाभर में किया जाता है। कुछ लोगों की सुबही ही चाय की चुस्की से होती है। इसमें मौजूद एल-थियानाइन और कैफीन तनाव को कम करके दिमाग को एक्टिव बनाता है। वैसे तो चाय अनेक प्रकार की बनती हैं। लेकिन इनमें कुछ चीजें कॉमन पायी जाती हैं। चाय को मीठा बनाने के लिए लोग चीनी डालते हैं या फिर गुड़ मिठास के लिए डालते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, अगर आप चाय का सेवन सर्दियों में हद से ज्यादा कर रहे हैं तो गुड़ या फिर चीनी किसकी चाय हेल्थ के लिए अच्छी होती है। आज हम आपको चीनी और गुड़ के फायदों और नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं।
गुड़ की चाय
वैसे तो मीठा खाना हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है। लेकिन अगर आप गुड़ की चाय पी रहे हैं तो ये जान लीजिए इसमें क्या-क्या पाया जाता है। गुड़ एक एंटीऑक्सीडेंट से भरा हुआ है। जिससे शरीर गर्म रहता है और वजन घटाने में मदद भी मिलती है। गुड़ की चाय पीने से खाना जल्दी पाचन होता है। गुड़ के सेवन से इम्युनिटी भी बढ़ती है। जिससे सर्दी में खांसी-जुखाम से राहत मिलती है। अगर आप गुड़ की चाय पीते हैं तो तनाव से मुक्ति मिल सकती है। इसमें एंडोर्फिन होता है। इससे मूड अच्छा होता है। ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसके साथ ही ये बॉ़डी को डिटॉक्स भी करता है। जिससे स्किन भी चमकती है। गुड़ का सेवन डायबिटीज और गठिया रोगियों को करने से बचना चाहिए। वहीं, जिन लोगों के मुहासे निकलते हैं। उन्हें भी इसके सेवन से बचना चाहिए।
चीनी की चाय
चीनी की चीय पीने से तुरंत शरीर को ऊर्जा मिलती है। क्योंकि ये तेजी से ग्लूकोज में बदल जाती है। जिसकी वजह से दिमाग बहुत रिफ्रेश फील करता है। जिन लोगों का शुगर लेवल डाउन रहता है, उन लोगों को इसका सेवन करना चाहिए। चीनी में किसी भी प्रकार का पोषण तत्व नहीं पाया जाता है। इसीलिए ये फायदे बहुत ही कम बल्कि नुकसान ज्यादा करती है।
Sugar Tea vs Jaggery Tea किसका सेवन करें?
मीठा वैसे तो हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है। लेकिन अगर सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाए को बॉडी को फायदा पहुंचाता है। गुड़ में कई सारे पोषक तत्व होते हैं, वहीं, चीनी में कोई भी पोषक तत्व नहीं पाया जाता है। इसीलिए चाय से बेस्ट गुड़ को माना जाता है। अगर डायबिटीज या मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं तो गुड़ और चीनी दोनों के सेवन से बचना चाहिए। सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
Disclaimer: यह लेख और इसमें दी गई चिकित्सीय परामर्श केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में बताए गए तरीकों और दावों को केवल सुझाव माना जाना चाहिए; डीएनपी इंडिया हिंदी न तो इनकी पुष्टि करता है और न ही खंडन करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार का पालन करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
