सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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AstraZeneca: कोविशील्ड वैक्सीन से कथित बेटी की मौत पर माता पिता ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पर किया केस! जानें डिटेल

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JN.1 Covid: देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में तय समय के अंतराल पर कई तरह की समस्याएं सामने आती रहती है। उनमें से एक है महामारी की समस्या जो एक बार अपने पैर पसार दे फिर रुकने का नाम नहीं लेती।

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Covid-19: बीते लगभग दो वर्ष पहले की बात होगी जब कोरोना (Covid-19) के बढ़ते मामलों ने दुनिया को अपनी आगोश़ में लिया था। इस दौरान अनगिनत लोगों की जान गई थी। दावा किया गया कि शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसनें किसी अपने को इस महामारी के दौरान नहीं खोया हो।

AstraZeneca: आजकल कोविशील्ड वैक्सीन का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकासित कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था। वहीं एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में माना है कि उसकी वैक्सीन के चलते थम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम जैसे साइड इफेक्ट हो सकते है। इसी बीच अब खबर सामने आ रही है कि जिस महिला की कथित तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन के बाद मौत हो गई थी। उनके माता पिता ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) पर मुकदमा करने की योजना बनाई है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल 18 वर्षीय रितिका श्री ओमत्री ने 2021 में कोविड-19 के दौरान कोविशील्ड की पहली खुराक ली थी। बता दें कि रितिका श्री ओमत्री महज 18 साल की थी। उस वक्त उन्होंने 12वी क्लास पास की थी। कोविड-19 के दौरान वह आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रही थी। कोविशील्ड वैक्सीन लेने के महज 7 दिनों के अंदर ही रितिका को तेज बुखार और उल्टी होने लगी। हालत इतनी खराब हो गई थी कि वह चल फिर भी नही पा रही थी। इसके बाद रितिका को एमआरआई स्कैन के लिए ले जाया गया। जिसमे पता चला कि उसके दिमाग में रक्त के थक्के थे और रक्तस्राव हुआ था। 2 हफ्ते बाद रीतिका की मौत हो गई।

आरटीआई में रितिका की मौत का हुआ खुलासा

उस वक्त रितिका के माता पिता को मौत का असली कारण नहीं पता चल सका। बता दें कि दिसंबर 2021 में आरटीआई के माध्यम से उनके परिवार को पता चला कि रितिका को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ घनास्त्रता का सामना करना पड़ा था और कथित तौर पर वैक्सीन के कारण उसकी मृत्यु हो गई थी। हालांकि बाद में राष्ट्रीय समिति ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि निष्कर्ष निकालने के लिए यह पर्याप्त सबूत नहीं है कि उनकी मृत्यु टीके के कारण हुई थी। रितिका के माता-पिता को उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिले।

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