Monday, May 19, 2025
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Mahua Moitra: महुआ मोइत्रा के ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले पर एथिक्स पैनल की रिपोर्ट आज लोकसभा में हो सकती हैं पेश

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Abhishek Banerjee: चुनावी दौर विधानसभा या लोकसभा (Lok Sabha) का समापन जब भी होता है, तब ईवीएम (EVM) का जिक्र होना सामान्य है। ईवीएम का जिक्र विशेष तौर पर देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस करती है और बीजेपी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाती है।

Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले के संबंध में लोकसभा आचार समिति की एक रिपोर्ट शुक्रवार को पेश की जाएगी। जिसमें मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी। पहले 4 दिसंबर के निचले सदन के एजेंडे में लिस्टिड थी, लेकिन इसे पेश नहीं किया गया था।

मोइत्रा पर लगे ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ के आरोप

जानकारी के लिए बता दें कि यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब कई विपक्षी सदस्यों ने तृणमूल कांग्रेस सांसद पर निर्णय लेने से पहले नैतिकता पैनल की सिफारिशों पर चर्चा पर जोर दिया।

इससे पहले 9 नवंबर को एक बैठक के दौरान अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाले नैतिक पैनल ने ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ आरोप पर मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट मांगी थी।

बता दें कि पैनल के छह सदस्यों, जिनमें कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी शामिल हैं, जिन्हें पहले पार्टी विरोधी कार्यों के कारण सबसे पुरानी पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, उन्होंने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया।

बीजेपी नेता ने मोइत्रा के खिलाफ दायर की शिकायत

विपक्षी दलों से संबंधित पैनल के चार सदस्यों ने असहमति नोट प्रस्तुत किए। विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट को “फिक्स्ड मैच” करार दिया और कहा कि भाजपा के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे की तरफ से दायर शिकायत, जिसकी पैनल ने समीक्षा की, “कुछ भी सबूत” द्वारा समर्थित नहीं थी।

आगे कहा कि दुबे ने सबसे पहले मोइत्रा के खिलाफ ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ आरोप लगाए, जो सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के आरोपों पर आधारित थे, कि तृणमूल कांग्रेस सांसद ने संसद में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी की ओर से प्रश्न पूछने के लिए नगद स्वीकार किया था।

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