Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2.0 का कार्यकाल जनवरी 2025 से शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक उनके कई बयान और नीतियां चर्चाओं की बजाय विवादों में बदलती रही हैं। हालांकि इस बारे में कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा है, लेकिन ट्रंप प्रशासन अमेरिका फर्स्ट नीति को आगे बढ़ाने के नाम पर सारी हदें पार करता दिख रहा है। अब इस पर सवाल उठ रहे हैं। आगे जो हम आपको बताने जा रहे हैं, उससे अमेरिका के मित्र देशों की सूची में प्रमुख भारत की मोदी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ को बड़ा झटका लग सकता है। हालांकि Donald Trump का बयान अभी सामने आया है। अगर ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर आने वाले समय में भारत से ज्यादा अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर पड़ना तय है।
ट्रंप का Musk के जरिए भारत पर वार
एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने खुद को भारत का सच्चा दोस्त बताते हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पीठ पीछे वह विरोधी तेवर दिखा रहे हैं। वे विरोधी राग अलापकर मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि हाल ही में यह बात तब और साफ हो गई जब ट्रंप ने टेस्ला के सीईओ Elon Musk के साथ एक टेलीविजन शो में भारत पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि मस्क वहां फैक्ट्री लगाएं, लेकिन ऐसा करना अमेरिका के लिए ‘अनुचित’ होगा। इतना ही नहीं ट्रंप ने इसी शो में भारतीय उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है।
Trump का मोदी सरकार को सख्त संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का माननाहै कि यूएस के हर व्यापारिक साझेदार ने अब तक अमेरिका से ज्यादा मुनाफा कमाया है। इसके लिए वह मौजूदा समय को उपयुक्त मानते हैं और अमेरिका द्वारा Reciprocal Tariff लगाने की पहल की वकालत कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब US की कंपनियों के लिए भारत में सामान बेचना मुश्किल हो गया है। वह ऑटोमोबाइल सेक्टर का जिक्र करते हैं और उदाहरण देते हैं कि भारत में कारों पर लगाया जाने वाला आयात शुल्क बहुत ज्यादा है। इसके चलते उनका माननाहै कि “भारत में अब कारें बेचना लगभग नामुमकिन है”। दूसरी ओर, कल तक एलन मस्क अपनी कंपनी Tesla को भारतीय बाजार में गति देने की बात करते नजर आते थे। आज उनके दोस्त का बयान द्विपक्षीय व्यापार को गहरा झटका दे सकता है क्योंकि मौजूदा अमेरिकी प्रशासन की सोच भारत के विपरीत दिख रही है।