Fatty Liver: स्वास्थ्य में कोई भी परेशानी होने पर हम दवाओं का सेवन करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ दवाओं से परहेज करने की डॉक्टर भी सलाह देते हैं। इन्हीं में से एक है पेरासिटामोल। Paracetamol को ड्रग्स के तौर पर देखा जाता है और इसके ओवरडोज होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इनमें से एक है फैटी लिवर। फैटी लिवर के मरीजों को कभी भी पेरासिटामोल खाने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे में डॉक्टर शिव कुमार सारिन ने इस बात की चेतावनी दी है। इसके अलावा फैटी लिवर को लेकर पर आखिर कौन सी टेस्ट करवानी जरूरी है। आइए जानते हैं सब कुछ।
Fatty Liver में जानलेवा हो सकता है Paracetamol का सेवन
फैटी लिवर को लेकर बात करते हुए डॉक्टर Shiv Kumar Sarin का कहना है कि अमेरिका और लंदन में पेरासिटामोल के ओवरडोज की वजह से लिवर फेल होने का खतरा सबसे ज्यादा देखा गया है। ऐसे मामले में पैरासिटामोल को खतरनाक बताया गया है। इसके अलावा वह बताते हैं कि तीन भारतीय में से एक को फैटी लीवर की समस्या है और दिल्ली में यह दो में से एक हो सकता है। डॉक्टर के मुताबिक दिल्ली के लोग चलने से कतराते हैं जिसकी वजह से उन्हें फैटी लिवर की समस्या ज्यादा देखने को मिल सकती है। इसके अलावा वह कहते हैं कि आज के समय में लिवर फैलियर का सबसे मुख्य वजह Paracetamol है।
Paracetamol से हटके Fatty Liver के लिए ये 3 टेस्ट है जरूरी
फैटी लिवर की समस्या जहां एक तरफ आजकल के समय में सामान्य है तो ऐसे में समय रहते इसकी पहचान करने के लिए तीन टेस्ट करवाने जरूरी है ताकि लिवर हेल्थ पर कोई असर ना देखने को मिले। डॉक्टर से जानिए फैटी लीवर के दौरान कराए जाने वाले तीन टेस्ट के बारे में।
लिवर फंक्शन टेस्ट यानी LFT है Fatty Liver में जरूरी
फैटी लिवर से जुड़ी कोई भी समस्या आपको LFT से पता चल सकता है। यह एंजाइम्स ALT और AST का पता लगाने के लिए किया जाता है ताकि लिवर हेल्थ के बारे में पता चल सके। यह एक ब्लड टेस्ट होता है जिसमें लीवर के हेल्थ को लेकर पता लगाया जाता है। इसमें एंजाइम और प्रोटीन का स्तर क्या है यह दिखाया जाता है और ऐसे में डॉक्टर फैटी लिवर का पता लगा सकते हैं।
Abdominal Ultrasound भी Fatty Liver में कारगर टेस्ट
एब्डोमिनल अल्ट्रासाऊंड के जरिए लिवर में फैट का पता लगाया जा सकता है और यह फैटी लिवर की स्थिति जानने के लिए बेहतर टेस्ट में से एक है। खास बात यह है कि इस टेस्ट के लिए ज्यादा समय की जरूरत नहीं होती है और डॉक्टर आसानी से फैटी लीवर का पता लगा सकते हैं।
Elastography भी है Fatty Liver टेस्ट
यह लिवर स्टीफनेस के लिए किया जाता है ताकि इस बात का पता चल सके कि आपके शरीर में लीवर की कोई बीमारी तो नहीं है। क्या आप फैटी लीवर से त्रस्त है। इससे आने वाले समय में जोखिम को कम करने में मदद किया जा सकता है।