Thursday, April 24, 2025
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सावधान! बाथरूम में स्नान या शौच के दौरान मंत्रों का जाप करने वालों को Premanand Maharaj का खास संदेश, ऐसा किया तो…

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Premanand Maharaj: आधुनिकता के इस दौर में ज्ञान के अभाव में कई ऐसे भक्त हैं जिनसे बड़ी-बड़ी चूक हो जाती है। इन गलतियों का भुगतान भी उन्हें करना पड़ता है। अंतत: भक्त अपने हिस्से की गलती और उससे जुड़े सवाल को लेकर किसी अध्यात्मिक गुरु के पास पहुंचते हैं, ताकि निदान हो सके। प्रेमानंद महाराज का नाम वैसे ही अध्यात्मिक गुरुओं में शामिल है जिनके पास दूर-दराज से भक्त अपना सवाल लेकर पहुंचते हैं। ऐसे ही एक भक्त ने Premanand Maharaj ने पूछा कि क्या बाथरूम में स्नान या शौच के दौरान मंत्रों का जाप किया जा सकता है? प्रेमानंद महाराज ने इस सवाल का जवाब इतनी खूबसुरती से दिया कि उन्हें सुन लोगों की आंखें खुल जाएंगी।

बाथरूम में स्नान या शौच के दौरान मंत्रों का जाप करने वालों को Premanand Maharaj का संदेश!

भजनमार्ग के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से जारी वीडियो में प्रेमानंद महाराज बाथरूम में स्नान या शौच के दौरान मंत्रों का जाप करने वालों को खास संदेश देते सुने जा सकते हैं। Premanand Maharaj का कहना है कि “राम नाम का जाप बाथरूम में कीजिए। शौचालय में बैठे तो भी कीजिए। हां, इस दौरान मंत्र निषेध है, नाम निषेध नहीं है। जैसे हम राम नाम जप कर रहे हैं ना तो शौचालय में बैठ के ऐसे मुख से तो नहीं जपेंगे राम-राम। ये नाम हमारे मन के अंदर चल रहा है उसके लिए निषेध नहीं है। ‘अपवित्र पवित्रोवा सर्वावस्था या स्मरे पुंडरी काक्षम सयाभ’ अपवित्र हो या पवित्र, किसी भी अवस्था में हो जो कमल नयन भगवान श्री हरि का स्मरण करता है वो अंदर और बाहर से परम पवित्र हो जाता है। शौचालय और बाथरूम में हम मंत्र नहीं जप सकते कैसे भी, लेकिन नाम जप कर सकते हैं।”

प्रेमानंद महाराज द्वारा सुझाए गए इस उपाय का अवश्य रखें ध्यान

गुरु प्रेमानंद महाराज का कहना है कि “मान लो शौचालय में किसी का दिल फेल हो गया, हार्ट अटैक हो गया तो क्या करेंगे। हम वहां भी राम-राम, हरि-हरि, राधा-राधा नाम जप करते हुए शौच क्रिया आदि से निवत्त स्नान आदि करके जब बाहर आए तब मंत्र जपने लगे। बाथरूम में अंदर अपवित्र दशा में नाम और पवित्र अवस्था में मंत्र जपने लगे। हां, ध्यान रहे कि जाप करने के दौरान मुख से आवाज नहीं आना चाहिए। जो भी करो, मौन जप करो और स्नान करते समय यमुनाष्टक, गंगाष्टक आदि का जप कर सकते हो।” Premanand Maharaj का कहना है कि यदि नियम के विरुद्ध ऐसा किया तो ईश्वर की नजर से नहीं बच सकोगे और सजा भुगतना ही पड़ेगा।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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