Bihar Assembly Election 2025: महागठबंधन को लगातार झटका मिल रहा है। अभी तक सीटों को लेकर सहमति नहीं बनी है, इसी बीच जेएमएम ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिससे हो ना हो तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है। इसके अलावा महागठबंधन के बीच अभी तक सीटों का ऐलान नहीं हुआ है। हालांकि सबने अपने-अपने हिसाब से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं अब इस मामले पर बीजेपी ने महागठबंधन और तेजस्वी यादव पर तंज कसा है।
Bihar Assembly Election 2025 से पहले महागठबंधन में आई दरार
बता दें कि जेएमएम नेता मनोज पांडे ने जानकारी दी कि “हर पहलू पर बातचीत चल रही थी, लेकिन जब हमें सकारात्मक जवाब नहीं मिला और हमारी माँगी गई सीटों की संख्या भी नहीं दी गई, तो एक राजनीतिक दल के पास क्या विकल्प बचता है? इसलिए, हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। यह फैसला हो चुका है। छह सीटों की घोषणा हो चुकी है, और आज उम्मीदवारों की घोषणा भी हो जाएगी। ज़रूरत पड़ने पर हम कुछ और सीटों पर भी उम्मीदवार उतार सकते हैं।
“वे आगे कहते हैं कि “हमें कम करके आंका जा रहा है, जबकि पूरे देश ने हमारे नेता और हमारी पार्टी के करिश्मे को देखा है, और हमने फासीवादी ताकतों को कैसे हराया है। बिहार के सीमावर्ती इलाकों में हमारा दबदबा साफ़ दिखाई देता है। अगर हम एकजुट रहते, तो इंडिया अलायंस और भी प्रभावशाली प्रदर्शन करता, लेकिन हमें नज़रअंदाज़ कर दिया गया। इसलिए, इंडिया अलायंस को इसके परिणाम भुगतने होंगे।”
क्या तेजस्वी यादव की बढ़ेगी मुश्किलें?
बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है मानो महागठबंधन में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिना सीटों के ऐलान किए हुए, सभी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। वहीं अब जेएमएम ने कुछ सीटों परअलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिसका बाद बीजेपी लगातार तंज कस रही है। इसके अलावा अब सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या जेएमएम के बागी हो जाने से क्या तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है। हालांकि इसके लिए तो 14 नवंबर का इंतजार करना होगा।