Bihar Election 2025: चुनावी दौर के बीच पटना एयरपोर्ट पर हुई एक मुलाकात फिर चर्चाओं में है। अबकी बार राजद से निष्कसित हो चुके तेज प्रताप यादव और बीजेपी सांसद रवि किशन हवाई अड्डे पर टकरा गए। मुलाकात की कोई चर्चा नहीं होती यदि दोनों नेता अपने-अपने रास्ते की ओर बढ़ गए होते। हालांकि, तेज प्रताप और रवि किशन ने एक-दूजे से बातचीत करना उचित समझा और दोनों नेता खुलकर मीडिया के सामने आ गए।
पटना एयरपोर्ट पर हुई इस मुलाकात के बाद अटकलों का दौर जारी है। तेज प्रताप और रवि किशन का मिलना संयोग था या प्रयोग इसको लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले लोग इस मुलाकात के मायने भी खोज रहे हैं जिसके बारे में हम आपको बताने की कोशिश करेंगे। साथ ही कुछ यूजर्स की प्रतिक्रिया भी बताई जाएगी जिसको लेकर खास तौर पर चर्चा है।
तेज प्रताप यादव और सांसद रवि किशन के मुलाकात के मायने – Bihar Election 2025
सियासी कयासों से इतर अगर तेज प्रताप यादव और रवि किशन के मुलाकात पर नजर डालें, तो ये एक इत्तेफाक मात्र लगता है। दोनों नेता चुनावी दौरे के लिए पटना एटरपोर्ट पहुंचे थे जहां आपस में टकरा गए। इससे पूर्व तेजस्वी यादव और तेज प्रताप की मुलाकात भी एयरपोर्ट पर हो गई थी। हालांकि, दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। अन्य तमाम नेता भी बिहार चुनाव 2025 के इस दौर में पटना एयरपोर्ट पर मुलाकात की तस्वीरें साझा कर रहे हैं।
हालांकि, ये तस्वीरें इसलिए भी खास हैं क्योंकि तेज प्रताप यादव फिलहाल राजद और लालू परिवार से निष्कासित होकर चुनावी मैदान मे हैं। वहीं बीजेपी मजबूती से तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को हराने में जुटी है। ऐसे में पूर्व राजद नेता और लालू परिवार के सदस्य का यूं किसी बीजेपी नेता से मिलना-जुलना कई सियासी संभावनाओं की ओर इशारा कर रहा है। तेज प्रताप यादव के बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे नतीजों के ऐलान के बाद बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं। अब क्या होगा और कैसे होगा इसके लिए चुनावी परिणाम का इंतजार ही एकमात्र विकल्प है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
पटना एयरपोर्ट पर हुई मुलाकात के बाद क्या बोले दोनों नेता?
प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू है और जनता जमकर रवि किशन और तेज प्रताप यादव की मुलाकात पर टिप्पणी कर रही है। कोई इसे इत्तेफाक बता रहा है तो किसी को दोनों नेताओं की मुलाकात से चिड़ है। ऐसी ही एक एक्स यूजर अपेक्षा वोरा लिखती हैं कि “घर का भेदी लंका ढ़ाएष मॉडर्न डे विभीषण।”
दोनों नेताओं ने भी बारी-बारी से मुलाकात पर टिप्पणी की है। रवि किशन ने कहा कि “तेज प्रताप यादव एक दयालु हृदय वाले व्यक्ति हैं। भोलेनाथ के भक्त हैं। भाजपा उन सभी लोगों के लिए अपना दिल खुला रखती है जिनका उद्देश्य सेवा है।”
तेज प्रताप यादव का कहना है कि “मैं रवि किशन से पहली बार मिला हूं। वो भगवान के भक्त हैं, और हम भी भक्त हैं। मैंने शुरू से ही कहा था कि जो भी बेरोजगारी दूर करेगा और रोजगार देगा, मैं उसके साथ हूँ।”
राजधानी पटना में हुई इस मुलाकात और इस दौरान हुई बातें अब बिहार चुनाव के संदर्भ में अलग-अलग तर्क के साथ सुर्खियां बटोर रही हैं।






