गुरूवार, अक्टूबर 16, 2025
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Rahul Gandhi पर तल्ख हुए बीजेपी नेता! प्रेसिंडेंट ट्रंप की टिप्पणी के जवाब में पंडित नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह की दिलाई याद

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Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बार फिर बीजेपी के निशाने पर हैं। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष ने अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के कुछ बयानों को कोट करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी को ट्रंप से डरा हुआ नेता बताया है। उनकी इस प्रतिक्रिया के बाद बीजेपी फ्रंटफुट से मोर्चा संभाल रही है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के इस कृत्य पर पंडित नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री कार्यकाल की याद दिलाई है।

नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi पर तल्ख हुए बीजेपी नेता अमित मालवीय

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए एक लंबा एक्स पोस्ट साझा किया है।

अमित मालवीय लिखते हैं कि “अगर प्रधानमंत्री मोदी डोनाल्ड ट्रंप से डरते, तो ट्रंप उनका ध्यान खींचने के लिए हर कुछ दिनों में सार्वजनिक रूप से “मोदी एक महान व्यक्ति हैं” न कहते। लेकिन आइए इस बात को एक तरफ रखें और याद करें कि कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने असल में क्या किया।” इसके बाद अमित मालवीय ने बारी-बारी से एक-एक कांग्रेसी पीएम के कार्यकाल की याद दिलाई है।

आईटी सेल प्रमुख (बीजेपी) अमित मालवीय लिखते हैं कि “जवाहरलाल नेहरू: तिब्बत को भारत की मान्यता त्याग दी, चीन को दूर रखने वाले सुरक्षा कवच को मिटा दिया और चीनियों को सीधे हमारे दरवाज़े तक ला खड़ा किया। जब उन्होंने 1962 में हमला किया, तो नेहरू ने विनम्रतापूर्वक ज़मीन और अपनी गरिमा, दोनों ही सौंप दीं।

2- इंदिरा गांधी: 1983 में, इज़राइल ने पाकिस्तान के नवोदित परमाणु प्रतिष्ठानों पर एक संयुक्त पूर्व-आक्रमण का प्रस्ताव रखा था। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार थे। लेकिन आख़िरी समय में, इंदिरा गांधी पीछे हट गईं – किसके दबाव में? कुछ ही वर्षों में, पाकिस्तान के पास बम आ गया, और तब से, उसने परमाणु ब्लैकमेल के तहत सीमा पार आतंकवाद के ज़रिए भारत को लहूलुहान कर दिया है।

3- राजीव गांधी: 1984 के भोपाल गैस त्रासदी के कुछ ही दिनों के भीतर, राजीव गांधी ने व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित किया कि मुख्य अभियुक्त भारत से बाहर निकल जाए। किसके आदेश पर? या किसके बदले में?

4-मनमोहन सिंह: यह सूची अंतहीन है, क्योंकि यह सोनिया गांधी का दौर था। लेकिन एक घटना सब कुछ बयां कर देती है। 26/11 के मुंबई हमलों के बाद, कोंडोलीज़ा राइस ने चेतावनी जारी की और मनमोहन सिंह तुरंत झुक गए, जिससे पाकिस्तान को आज़ादी मिल गई। कुछ महीने बाद, वह भारत के हितों को दांव पर लगाने के लिए तैयार थे, जब तक कि जनता के आक्रोश ने उन्हें पीछे हटने पर मजबूर नहीं कर दिया। अमेरिका से डरना असल में ऐसा ही था या शायद इसमें निजी हित शामिल थे। कौन जाने?”

नेता प्रतिपक्ष को इंगित करते हुए अमित मालवीय ने लिखा है कि “राहुल गांधी, आपके परिवार और आपकी पार्टी के इतिहास को देखते हुए, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आप “भारत पहले” का असली मतलब नहीं समझ पा रहे हैं। आप भी, अपने परिवार की तरह, यह मान लेते हैं कि हर प्रधानमंत्री विदेशी ताकतों को खुश करने के लिए भारत के हितों से समझौता करता है।”

पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कही बड़ी बात

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेसिडेंट ट्रंप की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है।

अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट साझा करते हुए राहुल गांधी लिखते हैं कि “प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप से डरे हुए हैं।”

नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि “वह ट्रंप को यह निर्णय लेने और घोषणा करने की अनुमति देते हैं कि भारत रूसी तेल नहीं खरीदेगा। पीएम बार-बार की गई अनदेखी के बावजूद बधाई संदेश भेजते रहते हैं। वित्त मंत्री की अमेरिका यात्रा रद्द हुई। शर्म अल-शेख में शामिल नहीं हुए। पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर पर उनका विरोध नहीं करते।” इन 5 बातों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है जिसके बाद नए सिरे से सियासी संग्राम छिड़ा है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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