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“अगर आक्रमणकारी मानसिकता वाले लोग हैं, तो वे देश…; RSS सरकार्यवाह Dattatreya Hosabale का औरंगजेब विवाद के बीच आया बड़ा बयान; जानें डिटेल

Dattatreya Hosabale: औरंगजेब की कब्र को लेकर पूरे देशभर में विवाद जारी है, वहीं अब इसपर जमकर सियासत भी हो रही है। जिसके बाद आरएसएस ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

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Dattatreya Hosabale
Dattatreya Hosabale - फाइल फोटो

Dattatreya Hosabale: बीते कुछ दिनों से औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद और गरमाता जा रहा है। गौरतलब है कि इसी को लेकर पुणे में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुए थी, जिसमे कई लोग और पुलिस कर्मी घायल हो गए थे, जिसके बाद पूरे देशभर में यह मामला पूरी तरह से गरमाया है। वहीं अब RSS ने भी इसपर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। औरंगजेब की कब्र को लेकर पूरे देशभर में विवाद जारी है, वहीं अब इसपर जमकर सियासत भी हो रही है। इसी बीच आरएसएस सरकार्यवाह Dattatreya Hosabale ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

औरंगजेब विवाद के बीच RSS सरकार्यवाह Dattatreya Hosabale का बड़ा बयान

आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने औरंगजेब विवाद के बीच अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “अतीत में बहुत सी घटनाएं हुई हैं। दिल्ली में एक ‘औरंगजेब रोड’ थी, जिसका नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया। इसके पीछे कुछ कारण थे। औरंगजेब के भाई दारा शिकोह को हीरो नहीं बनाया गया। गंगा-जमुनी तहजीब की वकालत करने वालों ने कभी दारा शिकोह को आगे लाने के बारे में नहीं सोचा। क्या हम किसी ऐसे व्यक्ति को आइकॉन बनाएंगे जो भारत की संस्कृति के खिलाफ था, या हम उन लोगों के साथ जाएंगे जिन्होंने इस भूमि की परंपराओं के अनुसार काम किया?

अगर आजादी की लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी जाती है, तो यह आजादी की लड़ाई है। उनसे पहले जो लोग थे (अंग्रेज) उनके खिलाफ लड़ाई भी आजादी की लड़ाई थी। महाराणा प्रताप ने जो किया वह आजादी की लड़ाई थी। अगर आक्रमणकारी मानसिकता वाले लोग हैं, तो वे देश के लिए खतरा हैं। हमें तय करना होगा कि हम अपने देश की संस्कृति के साथ किसे जोड़ने जा रहे हैं। यह धर्म की बात नहीं है। यह आरएसएस का दृढ़ विचार है।”

औरंगजैब विवाद को लेकर नागपुर में हुई थी हिंसा

जानकारी के मुताबिक नागपुर में वीएचपी यानि विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजैब की कबर को लेकर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद से ही यह पूरा विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद इस प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की। पुलिस पर भी हमला किया गया। तीन डिप्टी कमिश्नर रैंक के अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद बड़ी संख्या में गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी। बता दें कि मामला गरमाता देख कई इलाकों में पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया था।

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