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Maha Kumbh 2025 जानें वाले श्रद्धालुओं…; मनमाना किराया वसूलने पर सांसद Raghav Chadha का विमान कंपनियों पर फूटा गुस्सा; केंद्र से की खास अपील

Raghav Chadha: विमान कंपनियों द्वारा प्रयागराज के लिए चलाई जाने वाली फ्लाइट्स के मनमाना किराए पर सांसद ने सवाल उठांए है।

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Raghav Chadha
Raghav Chadha - फाइल फोटो

Raghav Chadha: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने महाकुंभ 2025 के दौरान हवाई किराए में भारी बढ़ोतरी को लेकर एयरलाइंस पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे श्रद्धालुओं के साथ “लाभ का खेल” करार देते हुए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने और यात्रा को सस्ता बनाने की अपील की।

Maha Kumbh 2025 के दौरान हवाई किराए में भारी बढ़ोतरी

एक वीडियो संदेश में Raghav Chadha ने महाकुंभ को सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण आध्यात्मिक उत्सव बताते हुए कहा कि हवाई किराए में अप्रत्याशित बढ़ोतरी ने लाखों श्रद्धालुओं को निराश किया है। उन्होंने बताया कि जहां सामान्य दिनों में फ्लाइट टिकट 5000 से 8000 रूपये में मिलते थे, अब वे 50000 से 60000 रूपये तक पहुंच गए हैं।

केंद्र सरकार से Raghav Chadha ने की खास अपील

Raghav Chadha ने केंद्र से अपील करते हुए कहा, “एयरलाइंस को इस आध्यात्मिक आयोजन को लाभ कमाने का जरिया नहीं बनाना चाहिए। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि श्रद्धालुओं के लिए हवाई किराए पर रोक लगाई जाए या किफायती विकल्प उपलब्ध कराए जाएं।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पहले जब एयरपोर्ट पर महंगे खाने का मुद्दा उठाया गया था,

तो सरकार ने सस्ती कैंटीन शुरू कराई थी। प्रयागराज के ऊंचे हवाई किराए के कारण तीर्थयात्री अब वाराणसी को प्राथमिकता दे रहे हैं। डेटा के अनुसार, मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु से प्रयागराज की फ्लाइट्स 24000 से 53000 रूपये के बीच हैं, जबकि वाराणसी की फ्लाइट्स लगभग 50% सस्ती हैं।

डीजीसीए और एयरलाइंस की कार्रवाई

डीजीसीए ने हवाई किराए के मुद्दे पर चर्चा के लिए एयरलाइंस के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इसके बाद, केंद्र ने निर्देश दिया कि प्रमुख पवित्र स्नान तिथियों जैसे मौनी अमावस्या (29 जनवरी), बसंत पंचमी (3 फरवरी), माघ पूर्णिमा (12 फरवरी), और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के लिए प्रयागराज में अतिरिक्त फ्लाइट्स चलाई जाएं। गौरतलब है कि Maha Kumbh 2025 श्रद्धा और आस्था का पर्व 13 जनवरी से ‘पवित्र स्नान’ के साथ शुरू हुआ महाकुंभ 2025 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ समाप्त होगा। कड़ी ठंड और महंगे किराए के बावजूद, गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। हालांकि अब देखना होगा कि Raghav Chadha द्वारा केंद्र से खास अपील का कितना असर दिखता है।

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