Rahul Gandhi: लोकसभा में आज चीन, अमेरिका, विदेश मंत्री और पीएम मोदी जैसे टर्म खूब गूंजे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए केन्द्र पर निशाना साधा है। उन्होंने इस दौरान UPA सरकार को भी आड़े हाथों ले लिया है। Rahul Gandhi के इस कृत्य और बयान की चर्चा जोरों पर है। उनका कहना है कि “बेरोजगारी के बारे में न तो UPA सरकार और न ही आज की NDA सरकार ने देश के युवाओं को कोई स्पष्ट जवाब दिया है।” इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का अमेरिका दौरा, पीएम मोदी और चीन जैसे टर्म का उपयोग कर सरकार पर निशाना साधा है।
Lok Sabha में UPA Govt. को ही कटघरे में खड़ा कर गए Rahul Gandhi
राहुल गांधी ने आज लोकसभा में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि “भले ही हम बड़े हुए हैं, हम तेजी से बढ़े हैं, अब थोड़ा धीमा बढ़ रहे हैं लेकिन हम बढ़ रहे हैं। एक सार्वभौमिक समस्या जिसका हमने सामना किया है वह यह है कि हम इस समस्या से निपटने में सक्षम नहीं हैं। बेरोजगारी के बारे में न तो यूपीए सरकार और न ही आज की एनडीए सरकार ने इस देश के युवाओं को कोई स्पष्ट जवाब दिया है।”
नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi ने बजट सत्र 2025 की कार्यवाही के दौरान ये भी कहा कि “प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा, मुझे लगता है कि यह एक अच्छा विचार था। नतीजा आपके सामने है, 2014 में विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद के 15.3% से गिर गया। आज सकल घरेलू उत्पाद का 12.6% है, जो 60 वर्षों में विनिर्माण का सबसे कम हिस्सा है। मैं प्रधानमंत्री को दोष नहीं दे रहा हूं, यह कहना उचित नहीं होगा कि उन्होंने प्रयास नहीं किया, मैं कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री ने असफल प्रयास किया है।”
राहुल गांधी के संबोधन में चीन और अमेरिका का जिक्र
चीन और अमेरिका का जिक्र करते हुए Rahul Gandhi ने कहा कि “लोग AI के बारे में बात करते हैं। लेकिन यह समझना महत्वपूर्ण है कि AI अपने आप में बिल्कुल निरर्थक है, क्योंकि एआई डेटा के शीर्ष पर काम करता है। डेटा के बिना, AI का कोई मतलब नहीं है और अगर हम आज डेटा को देखें , एक बात है जो बहुत स्पष्ट है कि दुनिया में उत्पादन प्रणाली से निकलने वाला हर एक डेटा, चीन के स्वामित्व में है। जबकि खपत डेटा संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वामित्व में है।”
कांग्रेस सांसद ने कहा कि “इस क्षेत्र में चीन के पास भारत पर कम से कम 10 साल की बढ़त है और चीन पिछले 10 वर्षों से बैटरी, रोबोट, मोटर, ऑप्टिक्स पर काम कर रहा है। जब हम संयुक्त राज्य अमेरिका से बात करते हैं, तो हम अपने प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने के लिए विदेश मंत्री को नहीं भेजेंगे। अगर हमारे पास उत्पादन प्रणाली होती और अगर हम इन प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे होते, तो अमेरिकी राष्ट्रपति यहां आते और प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते।”
‘मेक इन इंडिया’ को लेकर क्या बोले Rahul Gandhi?
चीन और ‘मेक इन इंडिया’ को को-रिलेट करते हुए राहुल गांधी ने कई सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि “हमारे सेनाध्यक्ष ने कहा है कि चीन हमारे क्षेत्र के अंदर हैं। यह एक तथ्य है। चीन हमारे क्षेत्र के अंदर है इसका कारण महत्वपूर्ण है। चीन जिस कारण से इस देश के अंदर बैठा है वो इसलिए है क्योंकि ‘मेक इन इंडिया’ विफल हो गया है। चीन के इस देश के अंदर बैठने का कारण यह है कि भारत उत्पादन करने से इनकार कर रहा है और मुझे चिंता है कि भारत इस क्रांति को एक बार फिर चीनियों के हाथों सौंपने जा रहा है।”