Home ख़ास खबरें Rahul Gandhi: ‘यह पिछले 10-15 वर्षों से चल रहा…’ क्या कांग्रेस काल...

Rahul Gandhi: ‘यह पिछले 10-15 वर्षों से चल रहा…’ क्या कांग्रेस काल में भी होती थी वोटों की धांधली? नेता प्रतिपक्ष ने कर दिया बड़ा खुलासा; जानें सबकुछ

Rahul Gandhi: एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है। जिससे एक बार फिर राजनीति गरमा गई है।

Rahul Gandhi
Rahul Gandhi - फाइल फोटो

Rahul Gandhi: एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है। बता दें कि यह दूसरी बार है जब नेता प्रतिपक्ष ने वोट चोरी को लेकर कई बड़े खुलासे किए है। इस बार राहुल गांधी ने वोट चोरी मामले में एक ऐसा बयान दिया, जिसके बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। दरअसल अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता विपक्ष ने कहा कि वोट चोरी पिछले 10-15 सालों से हो रही है। जिसके बाद सवाल खड़े हो रहे है कि क्या कांग्रेस राज में भी ऐसा होता था, क्योंकि अगर 15 साल पहले कांग्रेस की ही सरकार थी। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी।

चौंकाने वाली बात यह है कि यह सिलसिला पिछले 10-15 सालों से चल रहा है – Rahul Gandhi

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “चौंकाने वाली बात यह है कि यह पिछले 10-15 सालों से चल रहा है। यह एक व्यवस्था है, यह एक ढांचा है।

लोकतंत्र का अपहरण कर लिया गया है। लोकतंत्र को केवल भारत के लोग ही बचा सकते हैं। कोई और लोकतंत्र को नहीं बचा सकता। राहुल गांधी यहां आकर कुछ भी कह सकते हैं और कह सकते हैं कि यह सच है, लेकिन भारत के लोग यह कर सकते हैं।”

राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि “आइए जानते हैं कि मैं ज्ञानेश कुमार पर इतना सीधा आरोप क्यों लगा रहा हूँ। कर्नाटक में इस मामले की जाँच चल रही है। कर्नाटक की CID ने चुनाव आयोग को 18 महीनों में 18 पत्र भेजे हैं, और उन्होंने चुनाव आयोग से कुछ बहुत ही सरल तथ्य माँगे हैं। पहला, हमें वह डेस्टिनेशन IP बताएँ जहाँ से ये फ़ॉर्म भरे गए थे। दूसरा, हमें वह डिवाइस डेस्टिनेशन पोर्ट बताएँ जहाँ से ये आवेदन दाखिल किए गए थे।

और तीसरा, सबसे ज़रूरी, हमें OTP ट्रेल्स बताएँ क्योंकि जब आप आवेदन दाखिल करते हैं, तो आपको OTP प्राप्त करना होता है। 18 महीनों में 18 बार, कर्नाटक की CID ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, और वे इसे नहीं दे रहे हैं। वे इसे क्यों नहीं दे रहे हैं? क्योंकि इससे हमें पता चल जाएगा कि ऑपरेशन कहाँ हो रहा है, और हमें पूरा यकीन है कि यह कहाँ जाएगा।”

Exit mobile version