Shashi Tharoor: कभी वाम दल, तो कभी दक्षिणपंथ, इन दोनों के साथ शशि थरूर की बढ़ती नजदीकियां किसी से छिपी नही हैं। पर सवाल है कि थरूर ऐसा कर क्यों रहे हैं। पहले भारत सरकार की कुछ नीतियों की सराहना करना और मंत्री पियूष गोयल के साथ तस्वीर सांझा करना। इसके बाद केरल सरकार की तारीफ कर सीएम पिनरई विजयन के साथ तस्वीर सांझा करना। ये ऐसे राजनीतिक घटनाक्रम हैं, जो Shashi Tharoor को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। कभी लेफ्ट तो कभी राइट की ओर शशि थरूर के बढ़ते रुझान से जुड़ा माजरा क्या है इस पर सवाल अभी भी वैसे का वैसे ही है। उत्तर के लिए सभी कांग्रेस नेता थरूर की ओर निगाहें कर बैठे हैं। फिलवक्त हम आपको टिप्पणीकारों के हवाले से इस पूरे प्रकरण के बारे में बताने की कोशिश करेंगे।
CM Pinarayi Vijayan के साथ Shashi Tharoor की सेल्फी ने लूटा मजमा
सोशल मीडिया पर शशि थरूर के नाम के साथ एक सेल्फी भी खूब सुर्खियां बटोर रही है। दरअसल, बीते दिन शशि थरूर के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्ट सांझा किया गया है। इसके माध्यम से बताया गया कि केरल सीएम पिनरई विजयन, राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर के साथ राज्य के सभी सांसद रात्रि भोज में शामिल हुए हैं। राजनीतिक मतभेदों से परे सभी सांसदों का एक छत के नीचे जुटना निश्चित रूप से हैरत का विषय है। यही वजह है कि Shashi Tharoor ने राज्यपाल और केरल सीएम पिनरई विजयन के साथ सेल्फी भी सांझा कर दी। शशि थरूर ने इस एक सेल्फी ने खूब मजमा लूटा और कई तरह के सवाल है। बता दें कि थरूर कांग्रेस नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने मोदी सरकार में मंत्री पियूष गोयल के साथ भी तस्वीर सांझा की थी जिसके बाद कयासों का दौर शुरू हुआ।
लेफ्ट-राइट के कैसे चक्कर में पड़ गए शशि थरूर?
मालूम हो कि केरल में मई 2026 से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं। केरल में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। यही वजह है कि शशि थरूर दिल्ली के बजाय केरल की राजनीति में दिलचस्पी ले रहे हैं। टिप्पणीकारों की मानें तो थरूर खुद को केरल में कांग्रेस का चेहरा घोषित कराने की जुगत मे हैं। वहीं केसी वेणुगोपाल एंड कंपनी राहुल गांधी से अपनी नजदीकियां और बढ़ा रही है जिससे Shashi Tharoor असहज महसूस कर रहे हैं। वो लेफ्ट-राइट का खेल कर शीर्ष नेतृत्व पर दबाव भी बढ़ा रहे हैं, ताकि उनकी मांगे मान ली जाएं। हालांकि, समीकरण उनके पक्ष में जाता नजर नहीं आ रहा है और यही वजह है कि कांग्रेस नेता के प्रयास जारी है। फिलहाल ये सब कयासों के आधार पर कहा जा रहा है। वास्तविकता क्या है ये थरूर ही बता सकते हैं, ताकि स्थिति स्पष्ट हो और कयासों पर विराम लगे।