Shashi Tharoor: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी युद्ध की स्थिति के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर को लेकर बीते दिन समझौता हो गया था। हालांकि उसके कुछ घंटे बाद ही पाक ने एक बार फिर अपनी हरकते दिखाते हुए सीजफायर उल्लंघन किया, इसे लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर करारा जवाब दिया। वहीं बीते दिन से ही 1971 युद्ध और भारत की पूर्व पीएम Indira Gandhi की चर्चा हो रही है। वहीं कांग्रेस सांसद Shashi Tharoor ने India Pakistan War के बीच हुए सीजफायर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। चलिए आपको बताते है कि क्या है पूरा मामला।
सीजफायर के बीच कांग्रेस सांसद Shashi Tharoor ने दी प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर भारत पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद 1971 के युद्ध की चर्चा तेज हो गई है। वहीं अब इस मामले पर कांग्रेस का सांसद Shashi Tharoor ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “हम उस स्थिति में पहुँच गए थे जहाँ तनाव अनावश्यक रूप से नियंत्रण से बाहर हो रहा था। हमारे लिए शांति आवश्यक है।
सच तो यह है कि 1971 की परिस्थितियाँ 2025 की परिस्थितियाँ नहीं हैं। मतभेद हैं। यह ऐसा युद्ध नहीं था जिसे हम जारी रखना चाहते थे। हम सिर्फ़ आतंकवादियों को सबक सिखाना चाहते थे, और वह सबक सिखाया गया है। मुझे यकीन है कि सरकार पहलगाम की भयावहता को अंजाम देने वाले विशिष्ट व्यक्तियों की पहचान करने और उनका पता लगाने की कोशिश जारी रखेगी”।
कांग्रेस सांसद ने Indira Gandhi की चर्चा पर ऐसा लगाया पूर्ण विराम?
बता दें कि सोशल मीडिया पर लगाता 1971 युद्ध और पूर्व पीएम Indira Gandhi की चर्चा हो रही है। जिसके लेकर Shashi Tharoor ने पूर्ण विराम लगा दिया और कहा कि “1971 एक बड़ी उपलब्धि थी, इंदिरा गांधी ने उपमहाद्वीप का नक्शा फिर से लिखा, लेकिन परिस्थितियां अलग थीं। बांग्लादेश एक नैतिक कारण से लड़ रहा था, और बांग्लादेश को आज़ाद कराना एक स्पष्ट उद्देश्य था। सिर्फ़ पाकिस्तान पर गोले दागते रहना कोई स्पष्ट उद्देश्य नहीं है।”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री पद के काम की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख से करने के बारे में पूछे जाने पर कहा, जबकि कल भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता हुआ था”। वहीं ये कहना गलत नहीं होगा कि शशि थरूर केंद्र सरकार के इस फैसले के समर्थन में है।