Monday, May 26, 2025
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‘धर्म या भाषा के खिलाफ कोई फैसला लेते…; Waqf Amendment Bill पर निर्दलीय सांसद Pappu Yadav ने दी कड़ी प्रतिक्रिया; जानें डिटेल

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Waqf Amendment Bill: अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले पूर्णियां के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने Waqf Amendment Bill पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मालूम हो कि जेपीसी गठन के बाद आज आखिरकार राज्यसभा में यह बिल पेश कर दिया गया है। हालांकि विपक्ष द्वारा इस बिल पूरी तरह से विरोध किया गया, और राज्यसभा में इसका जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। इसी बीच निर्दलीय सांसद Pappu Yadav ने इसपर जबरदस्त अपनी प्रतिक्रिया दी है।

Waqf Amendment Bill पर क्या बोले Pappu Yadav?

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए Waqf Amendment Bill को लेकर Pappu Yadav ने कहा कि “यदि आप किसी भी बिल को किसी भी धर्म मजहब, वर्ग, समूह क्षेत्र भाषा के खिलाफ आप कोई निर्णय लाते है तो वह देश कि संस्कृति, सभ्यता, हमारे देश के संविधान के खिलाफ होगा। संविधान किस बात की इजाजत देता है और हमारे देश के जो संविधान को लिबरटी मिली है। यदि आप संविधान के आधार पर ध्यान में रखकर काम नहीं करते है तो विरोध होता है।

यदि संविधान युक्त को बिल लाया जाता है और देश हित में लाया जाता है तो समर्थन के अलावा हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। मैं समझता हूं कि यह जो बिल लाया जा रहा है वह बहुत जल्दबाजी में लाया जा रहा है। इसपर व्यापक होने की चर्चा होना था। यह बैठक में तय होगा कि इसमे बिल का विरोध करना है या समर्थन करना है”।

बिल पर सपा सांसद Dimple Yadav ने किया विरोध

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि हम Waqf Amendment Bill का विरोध करते है, और लोकसभा में पेश होने दिजिए फिर देखते है। पूरा विपक्ष एक साथ है, औऱ मैं समझती हूं कि सत्ता पक्ष के भी कुछ गुट हो सकते है जो इस मामले में हमारे साथ होंगे।

Waqf Amendment Bill पर क्या बोले Mallikarjun Kharge

Waqf Amendment Bill राज्यसभा में पेश होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने कहा कि “वक्फ बोर्ड पर जेपीसी की रिपोर्ट में कई सदस्यों की असहमति रिपोर्ट है। उन नोटों को हटाना और हमारे विचारों को कुचलना सही नहीं है। यह लोकतंत्र विरोधी है। मैं असहमति रिपोर्ट को हटाकर पेश की गई किसी भी रिपोर्ट की निंदा करता हूं।

हम ऐसी फर्जी रिपोर्टों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। यदि रिपोर्ट में असहमति के विचार नहीं हैं, तो इसे वापस भेजा जाना चाहिए और फिर से प्रस्तुत किया जाना चाहिए।” मालूम हो कि बिल पेश होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया।

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