सोमवार, सितम्बर 29, 2025
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Israel Iran War से क्या भारत पर भी पड़ेगा दुष्प्रभाव? कच्चे तेल की कीमत ही नही बल्कि इन चीज़ों पर भी होगा भारी असर! जानें सबकुछ

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Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध ने दुनिया के कई देशों की टेंशन बढ़ा दी है, जिसमे भारत भी शामिल है। बता दें कि Israel Iran War के बाद दुनिया दो हिस्सों में बंट गई है, कुछ देश इजरायल को स्पोर्ट कर रहे है, तो कुछ देश ईरान को स्पोर्ट कर रहे है, इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों को तेहरान खाली करने को कहा है, जिसके बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहाे है। चलिए समझते है 4 प्वाइंट्स के माध्यम से की अगर दोनों देशों के बीच युद्ध लंबे समय के लिए बढ़ता है, तो भारत पर क्या असर पड़ेगा।

Israel Iran War से भारत पर कितना पड़ेगा असर?

मालूम हो कि भारत इजरायल और ईरान दोनों से ही बड़ी मात्रा में आयात और निर्यात करता है। माना जा रहा है कि अगर Israel Iran War लंबे वक्त के लिए चलता है, तो भारत को नुकसान झेलना पड़ सकता है। अगर ईरान की बात करें तो भारत बड़ी मात्रा में कच्चा तेल, सूखे मेवे समेत कई चीजें खरीदता है, तो वहीं इजरायल से भारत हथियार खरीदता है, यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि इस युद्ध में भारत को नुकसान हो सकता है।

ईरान इजरायल युद्ध से सुमद्री जहाजों पर होगा असर

मालूम हो कि बड़ी मात्रा में किसी भी चीज को एक देश से दूसरे देश में आयात या निर्यात करने के लिए समुद्र का रास्ता एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है, चाहे वह कच्चा तेल हो या फिर बासमती चावल ये सभी समुद्र के रास्तें से ही होकर अपने गंतव्य तक पहुंचते है, लेकिन अगर Israel Iran War लंबा चलता है तो होर्मुज जलमार्ग और लाल सागर जैसे महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्गों पर असर पड़ेगा, इन्हीं मार्गों से ईरान और भारत के बीच आयात और निर्यात किया जाता है, जानकारी के मुताबिक ईरान रोजाना करीब 3.3 मिलियन बैरल प्रतिदिन का कच्चा तेल का उत्पादन करता है, इसमे 1.5 एमबीडी का निर्यात करता है, युद्ध के कारण समुद्री माल ढुलाई दरों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।

इजरायल से भारत को हथियार मिलने में हो सकती है देरी

भारत इजरायल से बड़ी मात्रा में हथियार खरीदता है, हथियार खरीदारी की बात करें तो 2015 में यह व्यापार केवल 5.6 मिलियन डॉलर था, वहीं 2024 में यह बढ़कर 185 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया। एक्सपर्टस का मानना है कि क्योंकि इजरायल खुद अभी युद्ध में है, तो हो सकता है कि भारत की तरफ से ऑर्डर किए गए हथियार मिलने में देरी हो सकती है। इजरायल से भारत साल 2014 से 2021 के बीच UAV, एंटी टैंक, मिसाइल, जमीन से हवा में मार जैसे कई बेहतरीन हथियार खरीद चुका है।

Israel Iran War से कच्चे तेल दामों में भारी उछाल

गौरतलब है कि भारत ईरान से बड़ी मात्रा में कच्चे तेल की खरीदारी करता है, वहीं अब ईरान इजरायल युद्ध के बाद कच्चे तेल की कीमतों में आए उछाल से भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि भारत के पास रूस का भी विकल्प है। लेकिन इस युद्ध से भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो सकता है।

इजरायल ईरान युद्ध में भारत किसका देगा साथ?

भारत के लिए जितना इजरायल महत्वपूर्ण है, उतना ही ईरान भी है, क्योंकि बड़ी मात्रा में भारत आयात और निर्यात करता है, हालांकि भारत ने अपना पक्ष रखते हुए यह साफ कर दिया है कि वह न्यूट्रल रहेगा, यानि ना इजरायल की तरफ और न ही ईरान की तरफ, दुनिया के कई देश दो हिस्से में बंट गए है, एक तरफ चीन मजबूती से ईरान के साथ खड़ा है, तो वहीं अमेरिका इजरायल को अपना पूरा समर्थन दे रहा है। सवाल तो ये भी उठने लगा है कि क्या दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर जा रही है, और अगर हां तो ये पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है।

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