Afghanistan Earthquake: पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान फिर एक बार विनाशकारी भूकंप का गवाह बना है। तड़के सुबह अफगानिस्तान में ताजिकिस्तान से लेकर उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान समेत कई इलाकों में धरती कांप उठी है। इस भूकंप की चपेट में आने से अब तक 20 लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं सैंकड़ो लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। अफगानिस्तान अर्थक्वेक को लेकर तालिबानी हुकूमत लगातार अलर्ट मोड पर है। मुल्क के अलग-अलग हिस्सों में मचे हाहाकार के बीच शासन-प्रशासन के लोग लगातार पीड़ितों तक मदद पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसी बीच अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण यानी यूएसजीएस ने अफगानिस्तान की ताजा स्थिति को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
विनाशकारी Afghanistan Earthquake के बाद मुल्क में हाहाकार
पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप के बाद हाहाकार मचा है। तड़के सुबह थर्राई धरती ने दर्जनों जिंदगियों को अपनी आगोश में ले लिया। हजारों की संख्या में मकान व व्यापारिक प्रतिष्ठान भी जमींदोज हुए हैं। खबर लिखे जाने तक 20 लोगों की मौत होने की खबर है। वहीं 140 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। राहत-बटाव का कार्य लगातार जारी है। लोग अपनों की तलाश में दर-बदर भटक रहे हैं। मृतकों की संख्या में इजाफा होने का पूरा अंदेशा है। लगातार मलबे हटाए जा रहे हैं और अंदर फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। 6.4 तीव्रता के भूकंप ने पड़ोसी मुल्क में भीषण हाहाकार मचा दिया है जिसको लेकर अलर्ट की स्थिति है।
यूएसजीएस ने जारी किया अलर्ट
स्थिति को देखते हुए अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण यानी यूएसजीएस ने अफगानिस्तान के लिए अलर्ट जारी किया है। ये अलर्ट अफगानिस्तान में महत्वपूर्ण मानव और आर्थिक क्षति की चेतावनी देता है। ये साफ तौर पर दर्शाता है कि अफगानिस्तान में आया भूकंप कहीं से भी सामान्य नहीं है। ये घटनाक्रम बीतते समय के साथ क्षेत्रीय आपदा साबित हो सकती है, जिसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर मदद की जरूरत होगी। जिम्मेदार संस्थाओं को राहत अभियान तेज करने की आवश्यकता होगी, ताकि पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाया जा सके। यूएसजीएस का साफ तौर पर कहना है कि खतरा के बादल अभी सिर पर मंडरा रहे हैं। ऐसे में अफगानी नागरिकों को सजग रहने और आपदा से निपटने के लिए मजबूत बने रहने की जरूरत है।






