Scott Bessent: दो देशों के बीच टैरिफ को लेकर छिड़ा जंग अब अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। आलम ये है कि अमेरिका के टैरिफ पर चोट देते हुए चीन ने भी सधी चाल चली है। चीन की ओर से फौरी तौर पर कदम उठाते हुए रेयर एर्थ मिनरल और रेयर एर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर बैन लगा दिया गया है। चीन के इस फैसले के बाद अमेरिका को भारत व अन्य यूरोपिय देशों की याद आई है।
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव व वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि वाशिंगटन को भारत और अन्य सहयोगी देशों से समर्थन की उम्मीद है। अमेरिकी की नजर में ये टैरिफ वॉर को लेकर पसरा ये तनाव पूरी दुनिया की सप्लाई चेन और औद्योगिक जगत पर चोट है। यही वजह है कि आनन-फानन में अमेरिका भारत व अन्य यूरोपिय देशों से समर्थन मांग रहा है।
टैरिफ वॉर के बीच अमेरिकी वित्त सचिव Scott Bessent को आई भारत की याद
चीन द्वारा रेयर एर्थ मिनरल और रेयर एर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद वित्त सचिव ने आनन-फानन में बड़ा बयान दिया है। स्कॉट बेसेंट ने एक साक्षात्कार के दौरान भारत व अन्य यूरोपिय देशों से मदद की अपेक्षा रखी है। वित्त सचिव का कहना है कि उन्हें वैश्विक दुर्लभ पृथ्वी आपूर्ति पर चीन की पकड़ का मुकाबला करने के लिए भारत और यूरोपीय देशों से समर्थन की उम्मीद है।
स्कॉट बेसेंट की नजर में चीन का ये प्रतिबंध चीन बनाम दुनिया की लड़ाई जैसा है। इस कदम से ड्रैगन पूरी दुनिया की सप्लाई चेन और औद्योगिक जगत पर निशाना साधने की साजिश रच रहा है। इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने भारत व अन्य यूरोपिय देशों से आगे आने की अपील की है।
टैरिफ को लेकर आमने-सामने हुआ चीन-अमेरिका
गौरतलब है कि चीन और अमेरिका टैरिफ को लेकर महीनों से तनावपूर्ण माहौल में बातचीत कर रहे हैं। अब आलम ये है कि दोनों देश आमने-सामने हैं और बात की गुंजाइश लगभग समाप्त होती नजर आ रही है। चीन ने फौरी तौर पर कदम उठाते हुए महत्वपूर्ण दुर्लभ मृदा खनिजों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं इसके जवाब में अमेरिका 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दे रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि चीन-अमेरिका के बीच शुरू हुआ ये टैरिफ वॉर कहां जाकर रुकता है और इसका निष्कर्ष क्या निकलता है।