Asim Munir: वाशिंगटन की वो मुलाकात भला कौन भूला होगा जब प्रेसिडेंट ट्रंप के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने शाही दावत का लुत्फ उठाया था। सेना प्रमुख आसिम मुनीर लोकप्रियता की भूख में इस कदर अंधे हो चुके हैं कि उन्हें अपने ही सेना की परवाह नहीं है। इसकी ताजा बानगी उत्तरी पाकिस्तान यानी Waziristan के हिस्से से देखने को मिली है। दरअसल, वजीरिस्तान ने चरमपंथियों ने पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया है जिसकी चपेट में आने से 13 सैनिकों की मौत होने की खबर है। Asim Munir जहां एक ओर पीएम शहबाज शरीफ की सह पर दुनिया का भ्रमण कर रहे हैं। वहीं Pakistan में वजीरिस्तान से बलोचिस्तान तक आग की लपटें तेज हो रही है। Pakistani Army के काफिले पर हुआ आत्मघाती हमला भी इसी का एक हिस्सा है। इस हमले के बाद सेना प्रमुख आसिम मुनीर की भूमिका पर सवाल उठने शुरू हैं।
Pakistani सेना पर हमले के बाद Asim Munir पर उठे सवाल!
खबरों की मानें तो खैबर पख्तूनख्वा इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर एक आत्मघाती हमला हुआ जिसकी चपेट में आने से 13 सैनिक मारे गए हैं। वहीं दर्जनों सैनिक घायल बताए जा रहे हैं जो काफिले का हिस्सा थे। उत्तरी पाकिस्तान के इलाके में सेना पर हुए हमले ने कई सवालों को जन्म दिया है। सबसे पहले सेना प्रमुख आसिम मुनीर कटघरे में खड़ा किए जा रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि मुनीर के शासनकाल में Waziristan से Balochistan तक चरमपंथियों का बोलबाला बढ़ रहा है।
आखिर वो कर क्या रहे हैं? क्या Asim Munir लोकप्रियता पाने की भूख भूलकर अपनी सेना के लिए कुछ कर भी रहे हैं या नहीं? यदि मुनीर का अपनी सेना पर पूरा नियंत्रण होता, तो फिर चरमपंथी उन्हें निशाने पर कैसे ले पाते। ये तमाम सवाल हैं जो उत्तरी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में मुनीर सेना पर हुए हमले के बाद उठ रहे हैं।
शाही दावत के चक्कर में प्राथमिकता भूले आसिम मुनीर!
भूखे-नंगो का देश पाकिस्तान अपने सेना प्रमुख के सहारे अपनी खोई साख पाने में जुटा है। यही वजह है कि Asim Munir की गतिविधियां तेज पाई गई हैं और वे विदेशी सरजमी का दौरा कर रहे हैं। अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के साथ सेना प्रमुख मुनीर की दावत भी उसी का एक हिस्सा है। दावा किया जा रहा है कि खोखली शान बटोरने के चक्कर में पीएम शहबाज के साथ आसिम मुनीर भी अपनी प्राथमिकता भूलते जा रहे हैं। इसका असर ये है कि Waziristan से Balochistan तक चरमपंथियों का बोलबाला बढ़ा है और आग की लपटें तेज हैं। लोकप्रियता के भूखे Asim Munir अब सारी हदें पार करते हुए सोशल मीडिया सेंसेशन बने हैं और अंदरखाने पाकिस्तानी आवाम ही उनके खिलाफ जहर उगल रही है। फिलहाल देखना दिलचस्प होगा कि उत्तरी पाकिस्तान में हुए आत्मघाती हमले के बाद डैमेज कंट्रोल के लिए पड़ोसी मुल्क क्या कदम उठाता है।