Balochistan News: अतीत फिर लौटकर दरवाजे पर दस्तक दे रहा है और मानो पाकिस्तान की दोफाड़ होनी निश्चित है। यहां बात 1971 में पाकिस्तान से अलग हुए बांग्लादेश और अब की स्थिति में स्वतंत्रता की मांग उठा रहे बलूचिस्तान की हो रही है। युवा नेत्री डॉ. महरंग बलूच ने तो पाकिस्तान को ऐसा बेनकाब किया है कि चेहरा छिपाने के लिए उन्हें जगह नहीं मिल रही। बंगालियों और सिंधियों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए क्रूर व्यवहार का जिक्र करते हुए महरंग बलूच ने स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग की है। मुखर तौर पर Balochistan को पाकिस्तान से अलग करने की मांग उठाने वाले बलूचियों ने नए सवाल को जन्म दे दिया है। पूछा जा रहा है कि क्या बांग्लादेश के अलग होने के बाद फिर Pakistan के दो टुकड़े होंगे? इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने के लिए हमें बलूचियों की मांग और उठते स्वर को सुनना होगा।
Balochistan वासियों ने मुखर तौर पर उठाई Pakistan से अलग होने की मांग
मानवाधिकार उल्लंघनों और बलूचियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली डॉ. महरंग बलूच ने एक बार फिर पाकिस्तान को लताड़ लगाई है। बंगालियों और सिंधीयों पर पाकिस्तानियों द्वारा की गई क्रूरता का जिक्र करते हुए डॉ. महरंग ने आतंक के पनाहगारों को हैवान तक बता दिया है। उन्होंने आतंक के आका पाकिस्तान के सारे राज खोलते हुए Balochistan को अलग करने की मांग उठाई है। सिंधु नदी से लेकर अरब सागर तक बलूचिस्तान को आजाद करने की मांग दोहराते हुए बलूच नेता ने कहा कि वो पाकिस्तानियों की क्रूरता के खिलाफ सदैव मुखर रहेंगी और अपने हिस्से की आवाज उठाती रहेंगी। डॉ. महरंग के साथ हजारों की संख्या में ऐसे बलूचिस्तान वासी हैं जो Pakistan के कब्जे से मुक्त होकर स्वतंत्र भाव के साथ जीने को आतुर हैं।
क्या बांग्लादेश के अलग होने के बाद फिर Pakistan के होंगे दो टुकड़े?
थोड़ा फ्लैशबैक मे जाएं और अतीत के पन्ने पलटें तो पाकिस्तान के दो टुकड़े होने का इतिहास नजर आता है। कैसे 1971 में शेख मुजीबुर रहमान के नेतृत्व में बांग्लादेश की मांग तेज हुई और अंतत: भारत की दखल के बाद पाकिस्तान के दोफाड़ हुए। तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने 1971 में कुशल रणनीति के बल पर पाकिस्तान को ऐसी करारी मात दी कि उनका उठ खड़ा होना मुश्किल हो गया था। हर मोर्चे पर घिरने के बाद अंतत: पाकिस्तान के 93000 से ज्यादा सैनिकों ने तब भारतीय सेना के समक्ष सरेंडर किया था जिसके बाद बांग्लादेश की नींव पड़ी।
अब ऐसी ही स्थिति बलूचियों के साथ है और मुखर तौर पर Pakistan से अलग होने की मांग तेज हो गई है। बलूचिस्तानी लिबरेशन आर्मी (BLA) के सदस्य India Pakistan War के बीच लगातार पाकिस्तानियों को निशाना बनाकर अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं। फिलहाल, स्थिति तनावपूर्ण है और आगे क्या होगा इसका फैसला अभी भविष्य के गर्भ में है।