Donald Trump: अमेरिका और भारत के बीच लगातार रिश्तें खराब होते जा रहे है, जो दोनों देशों के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है। अमेरिका की तरफ से पहले ही भारत 50 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है, लेकिन ऐसा लगा रहा है कि Donald Trump इतने में भी खुश नहीं है। वह भारत पर और अधिक टैरिफ लगाने की सोच रहे है। यही वजह है कि Donald Trump ने G7 देशों को साथ आने का न्योता भेजा है। यानि ट्रंप के टैरिफ से भारत नहीं झुका तो अब वह जी-7 देशों को भी रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने को कहा है। बता दें कि रूस से सबसे अधिक मात्रा में तेल चीन और भारत ही खरीद रहा है, यही वजह है कि ट्रंप भारत का नुकसान करने में लगे हुए है।
Donald Trump ने G7 देशों को साथ आने का भेजा न्योता
अमेरिकी राजकोष विभाग की तरफ से जी-7 देशों को एक पत्रा भेजा गया, जिसमे लिखा है कि “जी-7 के वित्त मंत्रियों के साथ आज की बातचीत में, सेक्रेटरी बेसेंट ने जी-7 के साझेदारों से राष्ट्रपति ट्रम्प के आह्वान को दोहराया कि यदि वे वास्तव में यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ शामिल होना चाहिए।
सेक्रेटरी बेसेंट और राजदूत ग्रीर ने प्रतिबंधों के दबाव को बढ़ाने और यूक्रेन की रक्षा को और अधिक लाभ पहुंचाने के लिए स्थिर रूसी संप्रभु संपत्तियों का उपयोग करने की प्रतिबद्धताओं का भी स्वागत किया। केवल एक एकीकृत प्रयास से ही, जो पुतिन की युद्ध मशीन को वित्तपोषित करने वाले राजस्व को स्रोत पर ही रोक देता है, इस मूर्खतापूर्ण हत्या को समाप्त करने के लिए पर्याप्त आर्थिक दबाव बनाने में सक्षम होगा”। बता दें कि इस पोस्ट को Rahul Shivshankar नाम के एक्स हैंडल से शेयर किया गया है। बता दें कि Donald Trump लगातार भारत पर टैरिफ लगाने में लगे हुए है।
क्या रूस से तेल खरीदना इंडिया को पड़ेगा महंगा
बता दें कि रूस से भारत और चीन बड़ी मात्रा में तेल की खरीदारी करते है। यहीं बात अमेरिका राष्ट्रपति Donald Trump को अच्छी नही लग रही है। बता दें कि रूस और भारत एक अच्छे दोस्त है। भारत रूस से बड़ी मात्रा में हथियार भी खरीदता है। इन्हीं सब कारण से ट्रंप भारत नाखुश है। इसके साथ ही ट्रंप भारत के साथ डील करने में लगे हुए है, लेकिन भारत अपने शर्तों के साथ खड़ा है। वहीं अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या जी-7 देश अमेरिका और डोनाल्ड की बात मानते है या नहीं।