Illegal Indian Immigrants: बीते दिन यानि 5 फरवरी 2025 को यूएस एयर फोर्स का विमान 104 अप्रवासी भारतीयों को लेकर अमृतसर के एयरपोर्ट पहुंचा। इसी बीच सोशल मीडिया पर कई फोटो वायरल हो रही है, जहां अमेरिका से भारत लौट रहे अप्रवासी भारतीयों के पैरो में हथकड़ी दिख रही है। इसी बीच पंजाब का हरदोरवाल गांव के रहने वाला जसपाल सिंह जो अमेरिका द्वारा उन्हें वापस भेजा गया, उन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए है। बता दें कि इस वीडियो को न्यूज एजेंसी पीटीआई ने शेयर किया है। इस दौरान जसपाल सिंह ने अपनी आपबीती सुनाई।
Illegal Indian Immigrants जसपाल सिंह ने सुनाया अपना कष्टदायक अनुभव
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए जसपाल सिंह जो अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे थे, उन्होंने कहा कि “वापसी की पूरी यात्रा के दौरान उन्हें हथकड़ी पहनाई गई थी। सिंह ने कहा, “हमें हथकड़ियां पहनाई गईं और हमारे पैरों में जंजीरें बांध दी गईं। इन्हें अमृतसर हवाई अड्डे पर खोला गया।”
उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उन्हें भारत वापस भेजा जा रहा है। “हमने सोचा कि हमें दूसरे शिविर में ले जाया जा रहा है, फिर एक पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि हम भारत जा रहे हैं।” इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह पहले यूरोप गए, जिसके बाद वह अमेरिका पहुंचे जहां बॉर्डर पर अमेरिका पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
भारत वापसी पर Jaspal Singh ने बयां किया अपना दर्द
जसपाल सिह उन्हीं प्रवासी भारतीयों में से एक है, जिनको अमेरिका द्वारा भारत वापस भेजा गया है। वह बताते है कि मैने एजेंट से वीजा के साथ सही तरीके से अमेरिका भेजने के लिए कहा था, लेकिन उसने मुझे धोखा दिया। सौदा 30 लाख रुपये में तय हुआ।” उन्होंने बताया कि वह सबसे पहले ब्राजील पहुंचे, जहां छह महीने तक फंसे रहने के बाद उन्हें अवैध रूप से सीमा पार करके अमेरिका में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्हें 24 जनवरी को अमेरिकी सीमा गश्ती दल द्वारा गिरफ्तार किया गया था और निर्वासित होने से पहले 11 दिनों तक हिरासत में रखा गया था।
कई अन्य Illegal Indian Immigrants ने सुनाई अपनी आपबाती
द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के होशियापुर के रहने वाले हरविंदर सिंह ने भी अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वह मैक्सिको पहुंचने से पहले कतर, ब्राजील, पेरू और कई अन्य देशों से होकर गुजरे। उन्होंने बताया कि, उन्होंने पहाड़ियां पार की, हमे ले जाने वाली नाव समुद्र में पलट गई। हम बच गए, लेकिन मैंने पनामा के जंगल में एक व्यक्ति को मरते और दूसरे को समुद्र में डूबते देखा। इस यात्रा में उन्होंने करीब 42 लाख रूपये खर्च किए।