India At UN: भारत ने दुनियाभर के देशों को आंतक के खिलाफ साफ संदेश दिया है, कि आंतक और आतंकवादियों की वकालत करने वाले पर कड़ा प्रहार किया जाएगा। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए है, जिसमे सिंधु जल समझौता समेत कई चीजें शामिल है। इसी बीच एक बार भारत ने UN में पड़ोसी मुल्क को एक बार बेनकाब कर दिया है। इसके अलावा भारत ने पाक के कुकर्मों का भी काला चिट्ठा खोल दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने आतंक क खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी।
UN में भारत ने पाकिस्तान को किया बुरी तरह से किया बेनकाब
सिंधु जल संधि पर अरिया फॉर्मूला मीटिंग में संयुक्त राष्ट्र (India At UN) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने कहा, “भारत ने 65 साल पहले सद्भावनापूर्वक सिंधु जल संधि की थी। पाकिस्तान ने भारत पर तीन युद्ध और हजारों आतंकी हमले करके इसकी भावना का उल्लंघन किया है। 20,000 से अधिक भारतीयों की जान जा चुकी है, जिनमें सबसे हालिया हमला पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है। भारत ने इस दौरान असाधारण धैर्य और उदारता दिखाई है।
पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद नागरिकों के जीवन और आर्थिक समृद्धि को बंधक बनाने का प्रयास करता है। इन 65 वर्षों में, बांधों के बुनियादी ढांचे के लिए प्रौद्योगिकी में बदलाव किया गया है, ताकि संचालन और जल उपयोग की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित की जा सके।
भारत ने पड़ोसी मुल्क के कुकर्मों का किया खुलासा – India At UN
कुछ पुराने बांधों को सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान ने संधि के तहत इस बुनियादी ढांचे में किसी भी बदलाव को रोकना जारी रखा है। 2012 में, आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर में तुलबुल नेविगेशन परियोजना पर हमला किया, जिससे हमारी परियोजनाओं और नागरिक जीवन की सुरक्षा को खतरा बना हुआ है। भारत ने पिछले 2 वर्षों में पाकिस्तान से संधि के संशोधनों पर चर्चा करने के लिए कहा है। लेकिन पाकिस्तान का बाधा डालने वाला दृष्टिकोण इस अभ्यास को रोकना जारी रखता है।
इसी पृष्ठभूमि में भारत ने घोषणा की है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से समाप्त नहीं कर देता, तब तक संधि स्थगित रहेगी। यह स्पष्ट है कि यह पाकिस्तान ही है जो सिंधु जल संधि का उल्लंघन कर रहा है।”
India At UN में भारत ने सभी बेबुनियाद आरोपों का दिया जवाब
बेबुनियाद आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मैं कई मुद्दों पर पाकिस्तान के प्रतिनिधि के निराधार आरोपों का जवाब देने के लिए बाध्य हूँ। भारत ने सीमा पार दशकों तक पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना किया है। इसमें 26/11 के मुंबई हमले से लेकर अप्रैल 2025 में पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की बर्बर सामूहिक हत्या तक शामिल है। पाकिस्तानी आतंकवाद के शिकार मुख्य रूप से नागरिक रहे हैं क्योंकि इसका उद्देश्य हमारी समृद्धि, प्रगति और हमारे मनोबल पर हमला करना रहा है।
पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए बार-बार अपने नागरिक कवर का इस्तेमाल किया है। एक ऐसा देश जो आतंकवादियों और नागरिकों के बीच कोई अंतर नहीं करता है, उसके पास नागरिकों की सुरक्षा के बारे में बात करने की कोई योग्यता नहीं है।”