India Bangladesh Map Controversy: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के नए-नए रहनुमा बने बांग्लादेश की एक और कुकृत्य सामने आई है। बांग्लादेशी इस्लामिक ग्रुप ‘सल्तनत-ए-बांग्ला’ ने 14 अप्रैल, 2025 को एक नक्शा तैयार है। इस नक्शे ने इंडिया बांग्लादेश मैक कंट्रोवर्सी को धार दे दी। दरअसल, सल्तनत-ए-बांग्ला के नक्शे में भारत के 7 राज्य (पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, बिहार, झारखंड,ओडिशा) के कई हिस्सों को बांग्लादेश का हिस्सा दर्शाया गया।
मामला संज्ञान में आते ही भारतीय विदेश मंत्री ने सदन के माध्यम से स्पष्ट बात कह दी है। India Bangladesh Map Controversy को लेकर एस जयशंकर ने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार इस तरह के किसी भी प्रोपेगेंडा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मतलब साफ है कि बांग्लादेश ने जिस थाली में खाना खाया अब उसी में छेद करेगा, तो भारत सख्ती के साथ जवाबी कार्रवाई करने को तत्पर है।
India Bangladesh Map Controversy को लेकर भारतीय विदेश मंत्री की दो टूक
सदन में कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इससे जुड़ा मुद्दा उठाया। राज्यसभा में सवाल पूछते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार इंडिया बांग्लादेश मैप कंट्रोवर्सी पर क्या कर रही है? इसका जवाब देते हुए S Jaishankar ने अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने सदन के माध्यम से स्पष्ट किया कि “इस मामले पर हम कड़ी नजर बनाए हुए है।
सरकार इस तरह के प्रोपेगेंडा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।” मतलब साफ है कि India Bangladesh Map Controversy को लेकर सरकार हर परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार बैठी है। यदि बांग्लादेश अंदरखाने खिचड़ी पका रहा है, तो चौकन्ना हो जाए। क्योंकि भारत हर परिस्थिति में माकूल जवाब देने के लिए उपलब्ध है।
जिस थाली में खाया उसी में छेद करने की योजना बना रहा एहसान फरामोश बांग्लादेश!
अतीत के पन्ने पलटने पर भारत द्वारा बांंग्लादेश के लिए किए गए सहयोग की लंबी फेहरिस्त मिलेगी। 1971 में पाकिस्तान से लड़ाई कर बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने से लेकर मुल्क में गरीबी, बाढ़, सूखा, भूकंप आदि समेत तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों में भारत की उपस्थिति रही। भारत ने शेख हसीना के कार्यकाल से पहले भी बांग्लादेश को खाद्य-सामग्री से लेकर अन्य तमाम वस्तुएं दी हैं जो वहां की आवाम के लिए बेहद खास थीं।
ऐसे में जिस भारत ने बांग्लादेश को समय-समय पर सहयोग किया, आज कट्टरपंथ की राह पर बढ़ा मुल्क भारत के खिलाफ ही षडयंत्र रच रहा है। 14 अप्रैल, 2025 को ढ़ाका यूनिवर्सिटी में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान दर्शाया गया गलत मैप भी उसी षडयंत्र का हिस्सा है। India Bangladesh Map Controversy सामने आने के साथ ही भारत चौकन्ना हो गया है और कट्टरपंथियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए तत्पर है।