India Pakistan War: जंग की शुरुआत के साथ ही पड़ोसी मुल्क का कटोरा भी निकल गया है। भीख मांगने की आदत को लेकर दुनिया में बदनाम पाकिस्तान एक बार फिर कटोरा लिए वर्ल्ड बैंक की चौखट पर पहुंचा है। इंडिया पाकिस्तान वॉर के बीच पड़ोसी मुल्क का कर्ज मांगना कई सवालों को जन्म दे रहा है। पूछा जा रहा है कि क्या Pakistan ने कर्ज के लिए ही जंग का आगाज किया है? Operation Sindoor के बाद विश्व बैंक से पाकिस्तान की अपील तमाम संभावनाओं को जन्म दे रही है। India Pakistan War की शुरुआत के साथ मात खाने की दशा में पड़ा पाकिस्तान अब चंदा के लिए दर-दर भटकते हुए बड़ी अपील कर रहा है जिसके बाद सवालों के अंबार खड़े हो रहे हैं।
पड़ोसी मुल्क ने क्या कर्ज के लिए शुरू किया India Pakistan War?
इकॉनमिक अफेयर्स डिविजन ऑफ पाकिस्तान गवर्नमेंट के एक्स हैंडल पर जाएंग तो इंडिया पाकिस्तान वॉर का असर पता चल जाएगा। 22 अप्रैल को पहले पहलगाम और फिर 7 मई को भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पड़ोसी मुल्क बैकफुट पर आ गया है। पाकिस्तान ने World Bank से कर्ज की गुहार लगाई है। पाकिस्तान सरकार की ओर से लिखा गया है कि “दुश्मन द्वारा भारी नुकसान के बाद अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से अधिक ऋण की अपील है। बढ़ते युद्ध और शेयरों में गिरावट के बीच, हम अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से तनाव कम करने में मदद करने का आग्रह करते हैं। राष्ट्र से दृढ़ रहने का आग्रह किया गया है।” India Pakistan War की शुरुआत के साथ ही ये अपील अब चर्चा का विषय बनी है।
कुकृत्य के बाद सवालों के घेरे में पाकिस्तानी हुक्मरान
एक तो पहले कुकृत्य को अंजाम दिया और फिर दुनिया के समक्ष भीख मांगे फिर रहे हैं। पाकिस्तानी हुक्मरान इस कदर शातिर हैं कि पहले तो आतंक को पनाह देने की बात करते हैं, फिर वक्त की नजाकत देख यू टर्न लेने से भी बाज नहीं आते। हालांकि, अबकी India Pakistan War में स्थिति बदली है और भारत ने वैश्विक स्तर पर पड़ोसी मुल्क को कुछ इस कदर घेरा है कि कोई मदद की हाथ भी नहीं बढ़ा रहा। Pakistan के करीबी कहे जा रहे चीन और बांग्लादेश जैसे मुल्क भी खुले तौर पर मदद करने से कतरा रहे हैं, जो भारत की बढ़ती साख और कुटनीति को दर्शाता है। फिलहाल ये स्पष्ट है कि पाकिस्तान कंगाल हो चुका है और World Bank या IMF जैसे संस्थान ही उसके लिए सहारा हैं।