International Labour Day 2025: तमाम तैयारियां के साथ देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आज मजदूर दिवस मनाया जा रहा है। एक ओर राजनेता देश के मजदूर वर्ग को इस खास दिवस की बधाई दे रहे हैं। तो वहीं बड़े-बड़े औद्योगिक फर्म की ओर से इंटरनेशन लेबर डे 2025 पर मजदूरों को तोहफा व अन्य कुछ सौगात भेंट की जा रही है। हालांकि, आज के दिन का एक दिलचस्प फैक्ट भी जो अमेरिका और कनाडा से जुड़ा है। दुनिया भले ही आज International Labour Day 2025 मना रही है, लेकिन अमेरिका और कनाडा समेत अन्य कुछ राष्ट्र हैं जो 1 मई से इतर सितंबर के माह में मजदूर दिवस मनाते हैं। इसके पीछे कई तरह के तर्क पेश किए जाते हैं। तो आइए हम आपको स्पष्ट कारण बताते हुए ये जानकारी देने की कोशिश करते हैं कि US और Canada में मजदूर दिवस अलग-अलग दिन पर क्यों मनाया जाता है।
US & Canada में क्यों अलग-अलग दिन मनाया जाता है मजदूर दिवस?
ये सवाल जितना रोचक है, उतना ही दिलचस्प इसका जवाब है। गूगल पर इससे जुड़ी जानकारी खंगालने पर पता चलता है कि 4 मई 1886 को शिकागो में हेमार्केट अफेयर मनाने की तिथि सुनिश्चित की गई। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रमिक मौके पर पहुंचे और धीरे-धीरे स्थिति बिगड़ती गई। श्रमिक प्रदर्शन के बाद कब बमबारी होने लगा इसका किसी को अंदाजा भी नहीं लग सका। मजदूरों ने अपने हक की आवाज उठाई और निश्चित समय तय करने की मांग पर अड़े रहे।
कार्य दिवस को आठ घंटे तय कर अमेरिका व कनाडा में सितंबर के पहले सोमवार पर इंटरनेशन लेबर डे मनाया जाने लगा। अधिकारियों ने हेमार्केट प्रकरण के बाद मई दिवस के समाजवादी और अराजकतावादी अर्थों से खुद को दूर कर लिया और इसके लिए सितम्बर की तारीख चुनी। इसके साथ ही ये भी तर्क दिया जाता है कि Internatioal Labour Day लोगों को एक लंबे वीकेंड के साथ श्रमिकों के योगदान को सम्मानित करने मौका देता है।
दुनियाभर में International Labour Day 2025 पर मजदूरों का हो रहा सम्मान!
कई जगहों पर आज तरह-तरह के आयोजन किए जा रहे हैं। इसकी खास वजह है इंटरनेशनल लेबर डे 2025 का खास दिन। भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान जैसे देश में भी आज मई दिवस के साथ मजदूर दिवस भी मनाया जा रहा है। भारत में तो नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बकायदा लंबा संदेश जारी कर मजदूरों को International Labour Day 2025 की बधाई दी है। देश-दुनिया में धूम-धाम से मनाया जाने वाले इस दिवस पर मजदूरों के संघर्ष और उनके बलिदान को याद किया जाता है और उन्हें सम्मानित किया जाता है।