Islamabad Blast: पाकिस्तानी हुकूमत के मुंह पर करारा तमाचा लगाते हुए अंदरखाने विद्रोही मुल्क को कमजोर कर रहे हैं। एक ओर जहां पीएम शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पूरी सरकार आसिम मुनीर के इर्द-गिर्द घूम रही है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में अंदरखाने विद्रोह के सुर उठ रहे हैं। इसका ताजा आलम राजधानी इस्लामाबाद से सामने आया है जहां कथित रूप से सुसाइड धमाके में 9 लोगों की मौत होने की खबर है।
कश्मीर को लेकर ख्याली पुलाव पकाने वाली पाकिस्तानी हुकूमत अपना मुल्क तक संभाल नहीं पा रही है और सारा ध्यान दूसरों के मामले में दखल देने पर है। आर्मी चीफ आसिम मुनीर की पदोन्नति से पहले इस्लामाबाद में हुए धमाके ने की सवाल छोड़ दिए हैं जिसकी चर्चा जोरों पर है।
मुल्ला मुनीर के प्रमोशन से पहले इस्लामाबाद में धमाका, कईयों की मौत
पाकिस्तानी संविधान में संशोधन कर आर्मी चीफ पद को संवैधानिक कर दिया गया है। इसके तहत पद पर तैनात आसिम मुनीर के कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी और उन्हें मिलने वाली सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी। मुल्ला मुनीर की ताजपोशी से पहले इस्लामाबाद में जबरदस्त धमाका हुआ है। इस्लामाबाद के जिला न्यायिक कैंपस के पास हुए धमके में 9 लोगों की मौत होने की खबर है।
कई घायल बताए जा रहे हैं। पाकिस्तानी सरकारी न्यूज चैनल PTV की मानें तो जिला न्यायिक कैंपस के पार्किंग में हुई घटना एक सुसाइड धमाका था। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई और आनन-फानन में आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। खास बात ये है कि इस्लामाबाद में हुआ ये धमाका आसिम मुनीर की पदोन्नति के बीच हुआ है जिसको लेकर पाकिस्तानी हुकूमत पर सवाल उठ रहे हैं।
मुल्क संभलता नहीं और कश्मीर को लेकर ख्याली पुलाव पका रही पाकिस्तानी हुकूमत!
पड़ोसी मुल्क की हुकूमत कश्मीर पर नजरें रखने से जरा भी बाज नहीं आती है। समय-समय पर पीएम शहबाज शरीफ, इशाक डार, ख्वाजा आसिफ समेत तमाम हुक्मरान अपने नापाक इरादों से दुनिया को वाकिफ करा देते हैं। हालांकि, उन्हें पाकिस्तानी आवाम की जरा भी फ्रिक्र नहीं होती। पाकिस्तान में भूखमरी, बेरोजगारी, विद्रोह, जल संकट समेत तमाम समस्याओं से हुक्मरानों का कोई वास्ता नहीं, उन्हें कश्मीर से जुड़े मसले पर ख्याली पुलाव पकाना है।
यही वजह है कि पाकिस्तान में अंदरखाने विद्रोह की स्थिति उपजती है। आए दिनों मुजफ्फराबाद, कराची, इस्लामाबाद समेत अन्य इलाकों में आवाम सड़कों पर नजर आती है। इस्लामाबाद के जिला न्यायिक कैंपस के पास हुआ सुसाइड धमाका भी कथित रूप से उसी उपजते असंतोष का हिस्सा है जिस पर पाकिस्तानी हुकूमत का कोई नियंत्रण नहीं है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पीएम शहबाज अपने करीबी आसिम मुनीर के हितों को छोड़ कब आवाम का फिक्र करते हुए स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं।






