Pahalgam Terror Attack: दो दशक से ज्यादा समय हो गए जब अमेरिकी सत्ताधीश बिल क्लिंटन की मौजूदगी में जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले का गवाह बना था। अब स्थिति फिर वही है। एक और अमेरिकी सत्ताधीश उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में है और हमलावरों ने पहलगाम टेरर अटैक को अंजाम दिया है। सवाल बड़ा है और कई तरह की आशंकाओं को जन्म दे रहा है। पूछा जा रहा है कि क्या Pahalgam Terror Attack के बहाने आतंक को पनाह देने वाला पाकिस्तान, ट्रंप शासन तो संदेश देना चाहता है? बिल क्लिंटन के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भारत में मौजूदगी के दौरान हुआ आतंकी हमला इस बात की ओर संकेत दे रहा है।
क्या Pahalgam Terror Attack के सहारे ट्रंप शासन को संदेश दे रहा पाकिस्तान?
ये बात किसी से नहीं छिपी कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता रहा है। लश्कर-ए-तैयबा हो या अन्य आतंकी संगठन, सभी पाकिस्तान में फलते-फूलते हैं। यही वजह है कि अमेरिका समेत अन्य तमाम देश पाकिस्तान की मुखालफत करते हैं। इसी बीच आतंकियों ने पहलगाम टेरर अटैक को अंजाम देकर सैलानियों को निशाना बनाया है। गौर करने वाली बात है कि आतंकियों ने इस कुकृत्य को तब अंजाम दिया है, जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। सीआईए, रॉ समेत अन्य तमाम एजेंसियों के एक्टिव रहने के बावजूद आतंकियों द्वारा Pahalgam Terror Attack को अंजाम देना कई संभावनाओं की ओर इशारा कर रहा है।
ऐसे ही वर्ष 2000 में 20 मार्च को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन जब भारत आए थे, तब आतंकियों ने अनंतनाग जिले के छत्तीसिंहपोरा गांव पर धावा बोलते हुए 35 लोगों को मार गिराया था। चूकी अमेरिका सार्वजनिक मंचों पर आतंक के खात्मा की बात दोहराता रहता है। यही वजह है कि अब पहलगाम टेरर अटैक को अमेरिका के लिए भी संदेश माना जा रहा है।
पहलगाम टेरर अटैक के बाद जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट
परिंदा भी पर न मार सके, जम्मू-कश्मीर में ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। चप्पे-चप्पे पर भारतीय सेना के जवान पहरा दे रहे हैं। बारामूला से लेकर पहलगाम, रियाशी, अनंतनाग, श्रीनगर तक हाई अलर्ट है। Pahalgam Terror Attack के बाद पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, एजी मनोज सिन्हा, सीएम उमर अब्दुल्ला समेत अन्य तमाम लोग सिचुएशन की क्लोज मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सेना भी जवाबी कार्रवाई के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी क्रम में घुसपैठ को अंजाम दे रहे दो आतंकियों को मार गिराया है। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट है और आतंकियों द्वारा 27 पर्यटकों की हत्या के बाद स्थिति की क्लोज मॉनिटरिंग जारी है।