Home ख़ास खबरें Asim Munir: पाकिस्तानी आवाम को झटका देकर क्या हमास के खिलाफ कमान...

Asim Munir: पाकिस्तानी आवाम को झटका देकर क्या हमास के खिलाफ कमान संभालेगी मुनीर सेना? मोसाद संग कथित समझौते के बाद उठे कई सवाल

Asim Munir और मोसाद चीफ के बीच कथित रूप से एक गुप्त बैठक और पाकिस्तानी सेना को गाजा पट्टी में उतारने पर सहमति बनी है। यदि ऐसा हुआ तो वैश्विक मंच पर पाकिस्तानी हुकूमत एक बार फिर घिरता नजर आ सकता है।

Asim Munir
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Asim Munir: अपने मुल्क की आवाम के निशाने पर रहने वाले मुनीर सेना क्या अब मिडिल ईस्ट का रुख करेगी? क्या आसिम मुनीर की सेना अब इजरायल की ओर से चरमपंथी हमास के खिलाफ कमान संभालेगी? ऐसे ही कुछ और सवाल हैं जो मोसाद संग आसिम मुनीर और पीएम शहबाज शरीफ के कथित समझौते के बाद उठ रहे हैं। खबरों की मानें तो अमेरिका की दखल से इजरायल और पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर के बीच समझौता हुआ है।

इसके तहत गाजा पट्टी में 20000 पाकिस्तानी सैनिकों को हमास के खिलाफ लड़ने के लिए जंग-ए-मैदान में उतारने पर बात बनी है। यदि ऐसा हुआ, तो ये ऐतिहासिक कदम होगा क्योंकि आसिम मुनीर जिस इजरायल के लिए युद्ध लडेंगे। उस इजरायल को अब तक पाकिस्तान ने मान्यता तक नहीं दी है। यही वजह है कि हैरान करने वाली इस खबर ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है।

पाकिस्तानी आवाम को झटका देकर क्या हमास के खिलाफ कमान संभालेगी मुनीर सेना?

पहले भारत और फिर तालिबानी हुकूमत के हाथों मुंह की खा चुके पीएम शहबाज अब अपनी आवाम को फिर झटका देने की तैयारी मे हैं। भूखमरी, गरीबी और तमाम मूलभूत समस्याओं का सामना कर रही पाकिस्तानी आवाम की परवाह किए बगैर पड़ोसी मुल्क अब इजरायल के लिए जंग-ए-मैदान में उतरने की योजना बना रहा है। दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दखल से मोसाद और आसिम मुनीर के बीच समझौता हुआ है।

इसके तहत 20000 पाकिस्तानी सैनिकों को गाजा पट्टी में भेजने और हमास के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए निर्देशित किया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो आसिम मुनीर पाकिस्तानी हुकूमत की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। इजरायल के खिलाफ हमास से जंग लड़कर मुनीर सेना ईरान, तुर्की और कतर जैसे देशों को अपना विरोधी बना सकती है जो हमास के समर्थक रहे हैं।

मोसाद संग कथित समझौते के बाद Asim Munir पर उठे सवाल

पड़ोसी मुल्क में सेना का प्रभुत्व भला किससे छिपा है। हुकूमत की कुंजी लेकर चलने वाली पाकिस्तानी सेना अपने हुक्मरानों की परवाह किए बगैर रास्ते चुनती है। इसी कड़ी में मोसाद चीफ और आसिम मुनीर के बीच कथित रूप से समझौता होने को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

पूछा जा रहा है कि जिस इजरायल को पाकस्तान ने अब तक आधिकारिक रूप से मान्यता तक नहीं दी है। उसके समर्थन में उतरकर मुनीर सेना कैसे हमास के खिलाफ जंग लड़ेगी। इससे इतर भी कई अन्य सवाल हैं जो कर्ज में डूबी पाकिस्तानी हुकूमत और आसिम मुनीर को केन्द्र में रखकर पूछे जा रहे हैं।

Exit mobile version